नहीं गिरेंगे पट्टा धारकों के मकान आज होगा सर्वे
गंगा बैराज स्थित कांशीराम नगर में मकान बनाकर रह रहे पट्टा धारकों के मकान नहीं गिरेंगे। विधायक के दखल के बाद डीएम आलोक तिवारी ने जांच कमेटी गठित की। ब ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर: गंगा बैराज स्थित कांशीराम नगर में मकान बनाकर रह रहे पट्टा धारकों के मकान नहीं गिरेंगे। विधायक के दखले के बाद वहां कमेटी डीएम आलोक तिवारी ने वहां कमेटी बना दी है। इस कमेटी में सिंचाई विभाग, जल निगम के अधिशासी अभियंता और एसडीएम को रखा गया है। यह टीम मंगलवार को मौका मुआयना करेगी और बैराज से देवाराकला गांव तक पेयजल पाइप लाइन डालने के लिए एलाइनमेंट तय करेगी। कोशिश है कि पाइप लाइन डालने के दौरान कम से कम आवास का नुकसान हो। प्रशासन कांशीराम नगर में भी कुछ मकानों को अवैध बताकर तोड़ने की तैयारी कर रहा है। इसी के विरोध में सोमवार को विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने डीएम आलोक तिवारी से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जब पांच से छह मीटर में पाइप लाइन पड़ सकती है तो फिर सड़क से 50 मीटर दूरी पर नाप जोख नहीं होनी चाहिए।
प्रशासन ने खुद ही कांशीराम नगर बसाया और बेघर लोगों को आवास के लिए पट्टे दिए तो फिर अब उसे अवैध बताकर तोड़ना कहां तक तर्क संगत है। बिना पैमाइश के किसी किसान की फसल नष्ट न की जाए। अगर किसी के साथ गलत हुआ तो मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे। डीएम से मिलने वालों में डॉ. श्रीकांत त्रिपाठी,चुन्नी लाल,भोला,वीरेंद्र,दिलीप निषाद,धर्मेन्द्र पाल, मंगल निषाद,अशोक निषाद,बाल गोविंद,प्रांशू ठाकुर आदि लोग उपस्थित रहे ।
देर रात डीएम ने अपने आवास पर एडीएम वित्त एवं राजस्व वीरेंद्र पांडेय, एसडीएम वरुण पांडेय, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता रवि मिश्रा के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि पेयजल पाइप लाइन डालने के लिए नए सिरे से एलाइनमेंट तय करें आैर जो लोग पट्टे की भूमि पर या खुद की भूमि पर मकान बनाकर रह रहे हैं उन्हें परेशान न किया जाए। उनके मकान न तोड़ें।
ट्रस्ट से जुड़ी जमीन की होगी जांच कानपुर: गंगा बैराज पर कटरी शंकरपुर सराय, लोधवा खेड़ा, लक्ष्मीखेड़ा आदि गांवों में ट्रस्ट के नाम पर जमीन लेकर प्लाटिंग करने के मामलों की भी जांच होगी। ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ लोगों ने वहां ट्रस्ट के नाम पर भूमि ली है और अब वहां धार्मिक स्थल, धर्मशाला, स्कूल आदि का निर्माण कराने के उद्देश्य से ली गई भूमि पर अब प्लाटिंग की जा रही है। ऐसे में अब वहां राजस्व विभाग की टीम भूमि की पैमाइश के दौरान इसकी जांच करेगी। जांच में नियम विरुद्ध भूमि की खरीद फरोख्त मिलेगी तो कार्रवाई होगी।

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