मंधना-पनकी रेल मार्ग से खुलेंगी विकास की नई संभावनाएं : सांसद भोले
सांसद देवेंद्र सिंह भोले कानपुर-अमृतसर एक्सप्रेस के एलएचबी रैक को हरी झंडी दिखा रवाना किया।
By Edited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 01:49 AM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 10:57 AM (IST)
कानपुर (जागरण संवाददाता)। सांसद देवेंद्र सिंह भोले का कहना है कि मंधना से पनकी के बीच नई रेलवे लाइन की योजना विकास की नई संभावनाएं खोलेगी। सांसद ने यह बात सोमवार को कानपुर-अमृतसर एक्सप्रेस के एलएचबी रैक को हरी झंडी दिखाने के दौरान आयोजित समारोह में कही।
कानपुर से आनंद विहार जाने वाली ट्रेन संख्या 14151/14152, अमृतसर जाने वाली ट्रेन संख्या 22445/22446 और बांद्रा टर्मिनल जाने वाली ट्रेन संख्या 22443/22444 में अभी तक आईसीएफ (इंटीग्रल कोच फैक्ट्री) कोच लगते थे, लेकिन अब इन सभी ट्रेनों में एलएचबी (लिंक हाफमैन बुश) रैक लगेंगे। सोमवार को अमृतसर जाने वाली एलएचबी रैक को सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम में हरी झंडी दिखाकर सांसद भोले ने रवाना किया।
उन्होंने कहा कि मंधना से पनकी नई रेलवे लाइन बनने से न केवल जीटी रोड का जाम समाप्त होगा, बल्कि कुछ नए ग्रामीण क्षेत्र रेल नेटवर्क के नक्शे पर आ जाएंगे। इस दौरान स्टेशन डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार, चीफ डिपो अफसर राहुल चौधरी, स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी, आरपीएफ प्रभारी राजीव वर्मा, जीआरपी प्रभारी राममोहन राय, मुख्य टिकट अधीक्षक दिवाकर तिवारी आदि मौजूद रहे।
हर ट्रेन में बढ़ेंगी 146 सीटें
आइसीएफ से एलएचबी रैक में परिवर्तित हो रही तीनों ट्रेनों में यात्रियों की सीटों में इजाफा होगा। हर ट्रेन में अनारक्षित श्रेणी में 72 व आरक्षित श्रेणी में 74 सीटों की वृद्धि होगी। इन ट्रेनों में दो एसएलएआर, छह सामान्य कोचों के अलावा पांच स्लीपर, चार तृतीय श्रेणी वातानुकूलित व एक द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित कोच लगता है। कोच संख्या बराबर है, लेकिन आइसीएफ की अपेक्षा एलएचबी कोच की लंबाई अधिक होती है। आइसीएफ की अपेक्षा एलएचबी के जनरल कोच में 12 सीटें अधिक होती हैं, जबकि स्लीपर में छह, तृतीय श्रेणी वातानुकूलित में नौ व द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित कोच में आठ सीटें अधिक होती हैं।
कानपुर से आनंद विहार जाने वाली ट्रेन संख्या 14151/14152, अमृतसर जाने वाली ट्रेन संख्या 22445/22446 और बांद्रा टर्मिनल जाने वाली ट्रेन संख्या 22443/22444 में अभी तक आईसीएफ (इंटीग्रल कोच फैक्ट्री) कोच लगते थे, लेकिन अब इन सभी ट्रेनों में एलएचबी (लिंक हाफमैन बुश) रैक लगेंगे। सोमवार को अमृतसर जाने वाली एलएचबी रैक को सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम में हरी झंडी दिखाकर सांसद भोले ने रवाना किया।
उन्होंने कहा कि मंधना से पनकी नई रेलवे लाइन बनने से न केवल जीटी रोड का जाम समाप्त होगा, बल्कि कुछ नए ग्रामीण क्षेत्र रेल नेटवर्क के नक्शे पर आ जाएंगे। इस दौरान स्टेशन डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार, चीफ डिपो अफसर राहुल चौधरी, स्टेशन अधीक्षक आरएनपी त्रिवेदी, आरपीएफ प्रभारी राजीव वर्मा, जीआरपी प्रभारी राममोहन राय, मुख्य टिकट अधीक्षक दिवाकर तिवारी आदि मौजूद रहे।
हर ट्रेन में बढ़ेंगी 146 सीटें
आइसीएफ से एलएचबी रैक में परिवर्तित हो रही तीनों ट्रेनों में यात्रियों की सीटों में इजाफा होगा। हर ट्रेन में अनारक्षित श्रेणी में 72 व आरक्षित श्रेणी में 74 सीटों की वृद्धि होगी। इन ट्रेनों में दो एसएलएआर, छह सामान्य कोचों के अलावा पांच स्लीपर, चार तृतीय श्रेणी वातानुकूलित व एक द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित कोच लगता है। कोच संख्या बराबर है, लेकिन आइसीएफ की अपेक्षा एलएचबी कोच की लंबाई अधिक होती है। आइसीएफ की अपेक्षा एलएचबी के जनरल कोच में 12 सीटें अधिक होती हैं, जबकि स्लीपर में छह, तृतीय श्रेणी वातानुकूलित में नौ व द्वितीय श्रेणी वातानुकूलित कोच में आठ सीटें अधिक होती हैं।
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