बिजली का बिल ज्यादा आता है तो जरूर जान लें ये बातें, कहीं मोबाइल या लैपटॉप के चार्जर तो नहीं जिम्मेदार
ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफीशिएंसी हर उपकरण की ऊर्जा दक्षता के अनुसार रेटिंग करता है और कम बिजली खपत वाले उपकरणों को फाइव स्टार रेटिंग।
कन्नौज, जेएनएन। घर में बिजली की खपत तो इतनी हुई नहीं फिर ये बिल ज्यादा कैसे आ गया, यह समस्या अब करीब हर घर की हो गई है। अक्सर ऐसे मामले विद्युत सबस्टेशन पर उपभोक्ताओं से सुनने को मिल जाते हैं। लेकिन, क्या कभी सोचा है कि आपकी छोटी सी लापरवाही आपके बिजली बिल को बढ़ा रही है, जरा ध्यान दें कि कहीं आपका मोबाइल या लैपटॉप चार्जर तो इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफीशिएंसी (बीईई) ने उपभोक्ताओं का ध्यान इस ओर खींचने का प्रयास किया है।
यदि आप मोबाइल चार्जर लगाकर स्विच खुला छोड़ देते हैं, तो आपका बिजली बिल ज्यादा आएगा। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफीशिएंसी ने ऐसे घरेलू उपकरणों की भार क्षमता का एक नया चार्ट तैयार किया है, जिसके माध्यम से बिजली की बचत की जा सकती है। बीईई की ओर से हर बिजली उपकरण की ऊर्जा दक्षता के हिसाब से रेटिंग की जाती है। इसमें फाइव स्टार वाले उपकरण सबसे कम बिजली की खपत करते हैं।
चार्जर, इन्वर्टर और स्टेबलाइजर पर भी जिम्मेदार
बीईई की ओर से बनाए गए चार्ट के मुताबिक बिजली के बोर्ड में लगा इंडीकेटर, लैपटॉप चार्जर, इन्वर्टर तथा स्टेबलाइजर बिजली का बिल ज्यादा आने के जिम्मेदार हैं। ऐसे में बीईई के मानक के अनुसार उपकरण लेने से उपभोक्ता बिजली के बिल को कम कर सकते हैं। ये भी ध्यान रखना होगा कि उपकरण का प्रयोग करने के बाद स्विच जरूर बंद करें। मसलन जो पंखा 70 वाट बिजली लेता है, उसकी जगह यदि 40 वाट का पंखा प्रयोग किया जाए तो हवा उतनी ही मिलेगी, लेकिन बिल कम आएगा। इसी तरह 100 वाट बल्ब और 10 वाट एलईडी बल्ब की रोशनी भी समान है।
स्विच ऑन होने पर बढ़ जाती है बिजली की खपत
बीईई के मुताबिक लैपटॉप का चार्जर लगा है और स्विच ऑन है तो यह पांच वाट बिजली लेता है, जबकि लैपटॉप चार्ज होने पर 65 वाट बिजली की खपत होती है। यही हाल मोबाइल चार्जर का भी है। स्विच ऑन होने पर यह 3 वाट बिजली लेता है, जबकि मोबाइल चार्ज होने पर 10 वाट बिजली की खपत होती है। इसी प्रकार होम थिएटर बंद होने पर तीन वाट और चालू होने पर 20 वाट बिजली लेता है। बोर्ड में लगा इंडीकेटर भी पांच वाट बिजली की खपत करता है।अधिशासी अभियंता शादाब अहमद का कहना है कि ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफीशिएंसी (बीईई) ने जो ऊर्जा दक्षता की सूची दी है, उसके अनुसार यदि उपभोक्ता उपकरण प्रयोग करेंगे तो उनका बिजली बिल कम आएगा।