31 मार्च तक तैयार होगा कानपुर शहर का मास्टर प्लान-2031, फिर जनता से मांगी जाएंगी आपत्तियां
कानपुर शहर के सभी विभागों से योजनाएं मांगी गई हैं। नए ड्राफ्ट में पुराने मास्टर प्लान में जरूरत के हिसाब से बदलाव किए जाएंगे जनता की आपत्तियों का निस् ...और पढ़ें

कानपुर, जेएनएन। शहर के प्रस्तावित मास्टर प्लान 2031 का ड्राफ्ट 31 मार्च तक तैयार हो जाएगा। इसके बाद आपत्तियां मांगी जाएंगी। निस्तारण के बाद मुहर लगा दी जाएगी। माना जा रहा है कि मास्टर प्लान 2021 में ही जरूरत के हिसाब से बदलाव किए जाएंगे। फिलहाल सभी विभागों से चल रही परियोजनाओं के बारे में जानकारी मांगी गई है, ताकि भूउपयोग परिवर्तन के बाद परियोजनाओं पर असर न पड़े।
मंगलवार को केडीए उपाध्यक्ष राकेश ङ्क्षसह की अगुवाई में मास्टर प्लान 2031 का खाका तैयार करने वाली रुद्र अभिषेक इंटरप्राइजेज कंपनी के प्रतिनिधि, सरकारी विभागों के अफसरों और बिल्डरों की बैठक प्राधिकरण मुख्यालय में हुई। उपाध्यक्ष ने बताया कि मास्टर प्लान लगभग तैयार हो चुका है। अवर अभियंता परीक्षण कर रहे हैं जो कमियां सामने आ रही हैं उन्हें दूर कराया जा रहा है। 31 मार्च तक काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद आपत्तियों का निस्तारण कराने के बाद प्लान फाइनल होगा।
औद्योगिक इकाइयां बंद है उनका बदला जाए लैंड यूज
बैठक में मौजूद बिल्डरों ने सुझाव रखा कि जो औद्योगिक इकाइयां बंद हैं, उनका लैंडयूज बदला जाए। उपाध्यक्ष ने कहा कि जरूरत के हिसाब से बदलाव किया जाएगा।
मास्टर प्लान में गंगा पर भी फोकस
मास्टर प्लान में गंगा पर फोकस रखा गया है। तटीय इलाकों में क्या विकास हो सकते हैं। जमीन का लैंडयूज क्या होना चाहिए आदि पर विचार चल रहा है। रिंग रोड, हवाई अड्डा, बस स्टैंड, सैन्य क्षेत्रों सहित तमाम प्रोजेक्ट भी इसमें प्रदर्शित किए जाने हैं।
386 गांवों भी प्लान में हो रहे शामिल
मास्टर प्लान में कुल 386 गांव शामिल किए जाएंगे। विकास के हिसाब से लैंड यूज तय किया जाएगा। इसमें केडीए सीमा के 85 गांव और अकबरपुर के 58 समेत 386 गांव शामिल है। इनका नए सिरे से विकास होगा।
ट्रैफिक में होगा बदलाव
ट्रैफिक को लेकर मास्टर प्लान में बदलाव हो सकता है। इसके लिए खाका तैयार किया जा रहा है। व्यस्त सड़कों पर जाम न लगे इसके लिए भारी वाहन, चौपहिया वाहन, दोपहिया और साइकिल के लिए अलग लेन बनायी जाए।
मास्टर प्लान का हाल
बन रहा - मास्टर प्लान 2031 तक के लिए
आबादी - 55 लाख
पेयजल की जरूरत - 88 करोड़ लीटर
शामिल हो रहे - सारे विभाग पहली बार इसका हिस्सा बनेंगे
- मास्टर प्लान में खिलवाड़ करने वालों पर केडीए कार्रवाई करेगा। इसके लिए दस्ता तैनात है। - राकेश सिंह, उपाध्यक्ष केडीए

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