कानपुर के हृदय रोग संस्थान से जुड़ेंगे देश-विदेश के नामी डॉक्टर
हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलॉजी) में दिल की जटिल से जटिल बीमारी का भी इलाज हो सकेगा। देश के नामी डॉक्टरों को संस्थान से जोड़ा जाएगा।
जागरण संवाददाता, कानपुर : हृदय रोग संस्थान (कार्डियोलॉजी) में दिल की जटिल से जटिल बीमारी का भी इलाज हो सकेगा। अब अत्याधिक गंभीर समस्या होने पर रोगी को नई दिल्ली, मुंबई या विदेश नहीं ले जाना पड़ेगा। संस्थान से देश और विदेश के नामी हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जुड़ने जा रहे हैं। जिनसे 24 घंटे परामर्श, समस्या का निदान और ऑपरेशन की तकनीकी जानकारी ली जा सकेगी। यह सब टेलीमेडिसिन की मदद से संभव होगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। कार्डियो सर्जरी और कार्डियोलॉजी आइसीयू में टेलीमेडिसिन सेंटर बनाए जाएंगे।
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तीन हृदय रोग संस्थानों ने दी सहमति
चेन्नई मेडिकल कालेज, बेंगलुरु के सत्य साई इंस्टीट्यूट और मुंबई के केईएम संस्थान के हृदय रोग विशेषज्ञों से बातचीत हो गई है। यहां के डॉक्टर एक निश्चित समय पर उपलब्ध रहेंगे। उनके टाइम टेबल के मुताबिक कार्डियोलॉजी के डॉक्टरों की ड्यूटी का प्रारूप तैयार किया जा रहा है।
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आपरेशन थियेटर में लगेगी स्क्रीन
हृदय रोग संस्थान के ऑपरेशन थियेटर में बिग स्क्रीन लगाई जाएगी। इसके जरिए दूर बैठे सर्जन होने वाले ऑपरेशन का सजीव प्रसारण देख सकेंगे। उनके निर्देश पर यहां के डॉक्टर मरीज की स्थिति के अनुरूप चर्चा करेंगे।
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सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का बढ़ता नाम
हार्ट के सफल आपरेशन करने में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कार्डियोलॉजी का नाम बढ़ता जा रहा है। यहां के कई डॉक्टर अन्य संस्थानों में जाकर नई तकनीक के बारे में जानकारी दे चुके हैं। कार्डियोलॉजी में होने वाले जटिल आपरेशन को अन्य इंस्टीट्यूट में दिखाया जाएगा।
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यूके, यूएसए, एशियाई देशों से बातचीत
चेन्नई, बेंगलुरु, मुंबई और कानपुर के हृदय रोग संस्थान के बीच टेलीमेडिसिन को लेकर करार हो चुका है। यूके, यूएसए, एशियाई देशों के कई नामी डॉक्टरों से बातचीत चल रही है। कुछ डॉक्टर चारों संस्थानों का दौरा करेंगे।
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क्या है टेलीमेडिसिन
आइसीसीयू, आइसीयू, इमरजेंसी वार्ड में बड़ा बिग स्क्रीन लगी रहती है। इसके साथ ही हाई फ्रीक्वेंसी के कैमरे होते हैं। इसी तरह की व्यवस्था दूर बैठे डॉक्टर के पास भी रहती है। वह मरीज और उसकी रिपोर्ट देख सकते हैं। रोगी से भी बातचीत कर सकते हैं।
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'टेलीमेडिसिन को लेकर तैयारियां तेजी चल रही हैं। मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु के संस्थानों से बातचीत हो गई है। उनके डॉक्टरों की टाइमिंग के हिसाब से ड्यूटी तैयार की जा रही है।'
- डॉ. विनय कृष्ण, निदेशक, कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट
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