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    कानपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू का असर, अब दो बाघिन क्वारंटीन; कई अन्य वन्य जीवों व पक्षियों में भी दिखे लक्षण

    Updated: Sun, 18 May 2025 10:55 PM (IST)

    कानपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है। गोरखपुर से लाए गए शेर पटौदी की मौत के बाद दो बाघिन- पुष्पा और आध्या - को क्वारंटीन किया गया है क्योंकि उन्होंने खाना कम कर दिया है। उनके खून के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। इससे पहले एक मोर और बतख की मौत हो चुकी है। चिड़ियाघर प्रशासन संक्रमण को रोकने के लिए सतर्कता बरत रहा है।

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    कानपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू का असर, अब दो बाघिन क्वारंटीन

    जागरण संवाददाता, कानपुर। गोरखपुर चिड़ियाघर से लाए गए शेर पटौदी की मौत के बाद कानपुर चिड़ियाघर में भी बर्ड फ्लू का संक्रमण तेजी से पांव पसारने लगा है। दो बाघिन पुष्पा और आध्या ने भी खाना कम कर दिया है। दोनों को अलग-अलग बाड़ों में क्वारंटीन कर दिया गया है। इनके खून के नमूने जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान भोपाल भेजे गए हैं। कई पक्षी भी सुस्त नजर आ रहे हैं। इससे पहले मोर और एक बतख की मौत चुकी है।

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    मोर में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद चिड़ियाघर में विदेशी वन्यजीवों पर भी खतरा मंडराने लगा है। पांच माह पहले यहां गुजरात के वनतारा से दो वालाबी (छोटे कंगारू) और दो जेब्रा लाए गए हैं। चार शुतुरमुर्ग व एमू भी हैं, इनकी विशेष निगरानी हो रही है। बाहरी लोगों की इंट्री पर रोक के साथ चिड़ियाघर परिसर को नियमित सैनिटाइज किया जा रहा है। हर दो घंटे में बाड़ों का निरीक्षण हो रहा है।

    चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू की पुष्टि

    गोरखपुर चिड़ियाघर में पांच मई को भेड़िया भैरवी और सात मई को बाघिन शक्ति ने दम तोड़ा था। कुछ कौए व अन्य पक्षी भी मृत मिले थे। भोपाल से 11 मई को आई जांच रिपोर्ट में बाघिन की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि हुई। इसी बीच शेर पटौदी बीमार हुआ तो उसे कानपुर भेज दिया गया।

    गुरुवार सुबह वह मृत मिला। मोर का भी शव मिला। दोनों की भोपाल से आई रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। शनिवार को रूडी शेल्डक (बतख) भी मृत पाई गई। उसके नमूने के साथ दोनों बाघिन, एक तेंदुआ, बतख, कबूतर सहित 12 पक्षियों के नमूने जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं। संक्रमण फैलने से रोकने के लिए चिड़ियाघर प्रशासन के साथ जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन विभाग और नगर निगम की टीमें सक्रिय हैं।

    रविवार को चिड़ियाघर में मृत पक्षियों की तलाश की गई। बाड़ों में भी पक्षियों के व्यवहार पर नजर रखी गई। क्षेत्रीय वन अधिकारी नवेद इकराम ने बताया कि सभी कर्मचारियों को सतर्कता बरतने के साथ पीपीई किट पहनकर ही बाड़ों में जाने को कहा गया है।

    चिड़ियाघर निदेशक, श्रद्धा यादव ने बताया

    चिड़ियाघर में वन्यजीवों और कर्मचारियों के साथ ही तालाब व अन्य स्थानों के पानी के नमूने जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं। कुछ कर्मचारियों की जांच सोमवार को की जाएगी। बर्ड फ्लू का संक्रमण रोकने के लिए दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है।