कानपुर में खाना बनाते समय लगी आग, पति-पत्नी, दो बच्चों समेत पांच झुलसे; अस्पताल में भर्ती
कानपुर के पिपरगवां गांव में खाना बनाते समय एक महिला आग की चपेट में आ गई। उसे बचाने के प्रयास में उसके दो बच्चे, पति और भतीजा भी झुलस गए। पड़ोसियों ने आग बुझाई और सभी को अस्पताल पहुंचाया, जहाँ उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस मामले की जाँच कर रही है और मदद का आश्वासन दिया है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। सेन पश्चिम पारा पिपरगवां गांव रविवार रात गैस चूल्हे पर खाना बना रही महिला आग की चपेट में आकर जलने लगी। मां को बचाने दौड़े दो बच्चे भी आग की चपेट में आकर जलने लगे। चीखपुकार सुन दरवाजे खड़े पति व भतीजा दौड़े और तीनों मां बेटों को बचाने के चक्कर में वो दोनों भी झुलस गए। पड़ोसियों ने पानी व कंबल डालकर आग बुझाई और उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पांचों की हालत नाजुक बनी हुई है।
पिपरगवां निवासी 45 वर्षीय मजदूर यूसुफ उर्फ पत्तर की पत्नी 40 वर्षीय अफसाना रविवार रात करीब 10 बजे गैस चूल्हे पर खाना बना रही थी। तभी अचानक वह आग की चपेट आकर तेज लपटों के बीच जलने लगी। मां को जलता देख पास में मजूद बेटे 12 वर्षीय मिराज व आठ वर्षीय मैकस आग बुझाने का प्रयास करने लगे।
तभी वो दोनों भी आग को लपटों की चपेट में आकर जलने लगे। आग ने पूरे कमरे को चपेट में ले लिया। तीनों मां बेटों के चीखने की आवाज सुन दरवाजे खड़े पति यूसुफ व 32 वर्षीय भतीजा बब्लू भी अंदर भागे। कमरे के अंदर पत्नी व दोनों बेटों को आग की तेज लपटों के बीच जलता देख यूसुफ व बब्लू भी कंबल ले कर आग बुझाने का प्रयास करने लगे।
जिससे वो दोनों भी आग की तेज लपटों में झुलस गए। पड़ोसियों ने पानी व रजाई कंबल से आग बुझाई। ग्रामीणों गंभीर रूप से जले पांचों लोगों को पास के नर्सिंगहोम के गए। जहां से डाक्टर ने सभी को उर्सला अस्पताल रेफर कर दिया। जहां पांचों की हालत नाजुक बनी हुई है। थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी उन्हें किसी ने नहीं दी। चौकी प्रभारी को उर्सला अस्पताल भेजा है। पीड़ित परिवार के उपचार में हर संभव मदद की जाएगी।
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