कारोबारी पर मुकदमा कराने वाली युवती बहराइच में मिली, मजिस्ट्रेटी बयान में खोला अखिलेश दुबे का काला चिठ्ठा
कानपुर में अखिलेश दुबे ने होटल व्यवसायी सुरेश पाल पर युवती से झूठा मुकदमा दर्ज करवाकर ढाई करोड़ वसूले। युवती ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान में बताया कि अखिलेश ने उस पर दबाव डाला था और धमकी दी थी। सुरेश पाल ने रंगदारी और धमकी का मुकदमा दर्ज कराया था जिसमें अखिलेश दुबे ने 5 करोड़ की मांग की थी बाद में ढाई करोड़ में सौदा तय हुआ।

जागरण संवाददाता, कानपुर। अखिलेश दुबे ने साकेत नगर के होटल कारोबारी सुरेश पाल पर जिस युवती के जरिए झूठा मुकदमा दर्ज कराने के बाद ढाई करोड़ रुपये वसूले थे। पुलिस ने उस युवती को बहराइच से ढूंढ निकाला।
सोमवार को युवती के मजिस्ट्रेटी बयान हुए तो उसने अखिलेश दुबे का काला चिठ्ठा खोल दिया। उसने बयान में बताया कि अखिलेश भइया ने उस पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने के लिए दबाव बनाया था। कहा था कि मुकदमा न दर्ज कराया तो फिर शहर में रहना दूभर कर देंगे, जिससे वह डर गई थी।
अब पुलिस पीड़ित कारोबारी को भी गुरुवार को कोर्ट में बयान कराने ले जाएगी।स्वरूप नगर निवासी होटल कारोबारी सुरेश पाल ने किदवई नगर थाने में अखिलेश दुबे और लवी मिश्रा के खिलाफ सात अगस्त 2025 को रंगदारी, धमकी समेत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमे के अनुसार, वर्ष 2021 में अधिवक्ता अखिलेश दुबे ने उन्हें वाट्सएप काल करके साकेत नगर स्थित कार्यालय में बुलाया और कहा कि कुछ लोग तुम्हें फंसाना चाहते हैं, बचना चाहते हो तो रुपये देने होंगे। ऐसा न करने पर झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भेज दिया जाएगा।
26 फरवरी 2022 को किदवई नगर निवासी प्रियंका नाम की लड़की के जरिए उनपर, पार्टनर राजेश, ड्राइवर खिलाफ नौबस्ता थाने में सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया था, जिससे वह इतना दहशत में आ गए कि शहर तक छोड़ दिया था। एक दिन उनके पास अखिलेश दुबे की वाट्सएप काल आई और उन्हें साकेत नगर स्थित कार्यालय बुलाया।
उन्हाेंने शहर आने पर गिरफ्तारी की आशंका जताई तो उन्हें गिरफ्तारी न होने का भरोसा दिया गया। वह वाप आए तो अखिलेश दुबे ने मुकदमा खत्म कराने का दावा करते हुए पांच करोड़ रुपये की मांग की। कहा कि पुलिस के कई बड़े अधिकारियों को भी हिस्सा देना है।
असमर्थता जताते पर अखिलेश दुबे ढाई करोड़ रुपये लेने को राजी हो गया। इस बीच कई बार अखिलेश दुबे को रुपये दिए। कई बार उसका साथी लवी मिश्रा रुपये लेने आता था। इस तरह से जब ढाई करोड़ रुपये दे दिए तो उसके बाद एक अगस्त 2022 को विवेचना समाप्त कर अंतिम रिपोर्ट लगा दी।
इसके बाद अखिलेश दुबे ने धमकी भी दी थी कि अगर किसी से शिकायत की तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। इसीलिए डरकर वह चुप रहे, लेकिन जब एसआईटी गठित हुई तब न्याय की उम्मीद जागी और मुकदमा दर्ज कराया।
मामले में विवेचक किदवई नगर इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार ने जांच की तो कई साक्ष्य मिले। इंस्पेक्टर ने बताया कि जिस लड़की ने मुकदमा दर्ज कराया था। उसका मूल पता बहराइच का मिला। जब वहां के ग्राम प्रधान से संपर्क किया गया तो उन्होंने उस लड़की के पिता से संपर्क कराया, जिसके बाद लड़की मिल सकी।
सोमवार को उसके पहले पुलिस ने बयान दर्ज किए। फिर मजिस्ट्रेटी बयान कराए गए। उसने बताया कि वह पहले कल्याणपुर में अखिलेश शुक्ला के यहां नौकरी करती है। उसकी उम्र 21 साल की थी। अखिलेश भइया के कहने पर झूठा मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमा नहीं कराने पर उसने यहां रहने न देने की धमकी दी। उसके बयान दर्ज कराने के बाद अब पीड़ित होटल कारोबारी के गुरुवार को कोर्ट में बयान दर्ज कराए जाएंगे।
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