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    Kanpur University के कैफेटेरिया में विवाद, पांच छात्र निलंबित, परिसर आने पर भी रोक

    By Jagran News Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Mon, 25 Aug 2025 05:05 PM (IST)

    कानपुर विश्विवद्यालय में कैफेटेरिया में विवाद हो गया। इसमें छात्र गुटों के बीच मारपीट हुई। पुलिस ने एक युवक को हिरासत में ले लिया तो दूसरे छात्रों ने हंगामा करते हुए प्रदर्शन किया। युवक एबीवीपी कार्यकर्ता है। इसके बाद कमेटी ने जांच करते हुए पांच छात्र को निलंबित कर दिया।

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    कानपुर विश्वविद्यालय के पांच छात्र निलंबित कर दिए गए।

    जागरण संवाददाता, कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में पांच छात्रों को निलंबित कर दिया गया। छात्र एमबीए, बीटेक विभाग के हैं। कैफेटेरिया में विवाद के बाद दोनों गुटों में मारपीट शुरू हो गई थी। इसके बाद हंगामा बढ़ा। अब इन छात्रों का परिसर आने में भी रोक है।

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    छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कैफेटेरिया के पास दो दिन पहले हुई मारपीट के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने पांच छात्रों को निलंबित कर दिया है। यह फैसला अंतरिम जांच के आधार पर किया गया है। अंतिम जांच रिपोर्ट आने तक इन छात्रों को कैंपस में भी प्रवेश नहीं मिल सकेगा। रजिस्ट्रार की ओर से जारी नोटिस में छात्रों को कार्रवाई की जानकारी दी गई है।

    विश्वविद्यालय के कैफेटेरिया चौराहे पर शुक्रवार को बिजनेस मैनेजमेंट और इंजीनियरिंग के दो छात्र गुटों में मारपीट हुई थी। पुलिस ने एबीवीपी कार्यकर्ता श्रेयांश अवस्थी को हिरासत में लेकर थाने भेज दिया था। इसके बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा और प्रदर्शन किया। घटनाक्रम की जांच के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से बनाई गई जांच कमेटी की आंतरिक रिपोर्ट के आधार पांच छात्रों को आरोपित बनाया गया है।

    इसमें एमबीए द्वितीय वर्ष के हिमांशु शर्मा, अभिजीत सिंह भदौरिया, रिषभ कुशवाहा, माधवेंद्र कटियार और बीटेक सातवें सेमेस्टर के छात्र शिवम सोनकर शामिल हैं। विवि प्रशासन के चीफ प्राक्टर डा. शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि मारपीट के मामले की जांच चल रही है। फिलहाल पांच छात्रों को पाठ्यक्रम से निलंबित किया गया है, लेकिन यह प्रारंभिक जांच है। अंतिम जांच रिपोर्ट के आधार पर अनुशासन संबंधी कार्रवाई की जाएगी।

    बता दें कि सीएसजेएमयू में अनुशासनात्मक कार्रवाई तेज हो गई हैं। कुछ दिन पहले भी प्रैंक वीडियो शूट करने पर कुलपति ने सख्त आदेश दिए थे। एक युवक प्रैंक वीडियो शूट कर रहा था। इसके बाद उसे पकड़ लिया गया। कुलपति विनय कुमार पाठक ने आदेश दिया था कि विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार का वीडियो, रील, प्रैंक बनाने की अनुमति नहीं है। अगर कोई वीडियो बनाता है तो इसकी अनुमति लेनी होगी। 

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