Kanpur सुगम यातायात की पहल पर ई-रिक्शा चालकों का हंगामा, सीज करने पर भड़के
Kanpur शहर में बिना क्यूआर कोड के चल रहे ई-रिक्शा के खिलाफ यातायात पुलिस के लगातार अभियान ने आज एक नया मोड़ ले लिया है। कार्रवाई के दौरान नाराज ई-रिक्शा चालकों ने नमक फैक्ट्री चौराहे पर हड़ताल करते हुए हंगामा कर दिया जिससे यात्री गर्मी में पैदल जाने के लिए मजबूर हो गए।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर शहर में जाम का सबब बन चुके ई-रिक्शा चालकों को यातायात का पाठ पढ़ाने के लिए रूट निर्धारित कर क्यूआर कोड लागू किया गया। लेकिन, यह सुगम पहल उन्हें रास नहीं आई। सोमवार को ई रिक्शा चालकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसी बीच ई रिक्शा एसोसिएशन ने हड़ताल की भी घोषणा कर दी।
शहर में बिना क्यूआर कोड के चल रहे ई-रिक्शा के खिलाफ यातायात पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। 13 जुलाई से शुरु हुए अभियान में अब तक 500 के करीब ई-रिक्शे सीज किये जा चुके हैं। सोमवार को यातायात पुलिस की कार्रवाई से नाराज ई-रिक्शा चालकों ने नमक फैक्ट्री चौराहे के पास हड़ताल करते हुए हंगामा कर दिया। उन्होंने ई-रिक्शा और ई-आटो में सवारियां लेकर जा रहे साथी चालकों को रोककर उन्हें उतारकर ई-आटो और ई-रिक्शे खड़े करवा दिए। जिससे यात्रियों को उमसभरी गर्मी में पैदल ही जाना पड़ा।
यातायात पुलिस के इस अभियान का उद्देश्य शहर में बिना क्यूआर कोड के चालित ई-रिक्शों की बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाना है। पुलिस का तर्क है कि बिना क्यूआर कोड वाले ई-रिक्शे न केवल अवैध हैं, बल्कि इनसे यात्रियों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ सकती है। लेकिन इस कार्रवाई से नाराज ई-रिक्शा चालकों ने अपने साथी चालकों को रोककर उन्हें उतार दिया और सड़क पर खड़ी कर दी। एक स्थानीय ई-रिक्शा चालक अनुज ने कहा, हमारा भरण-पोषण इस काम से होता है। हमें कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन हमारे पास तो वैध क्यूआर कोड नहीं है।
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