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    'मैं देर करता नहीं पर...', दफ्तर पहुंचकर लोग ये कहने को मजबूर, कानपुर में जाम खुलवाने में छूट जाते हैं पसीने; आखिर कौन इसका जिम्मेदार?

    By ankur Shrivastava Edited By: Aysha Sheikh
    Updated: Tue, 30 Jan 2024 02:21 PM (IST)

    कानपुर के प्रमुख चौराहों पर पीक घंटों में ऐसा जाम लगता है कि लोग समय से घर से निकलने का बाद भी समय से ऑफिस नहीं पहुंच पाते हैं। बीते सोमवार को ज्यादातर चौराहे होमगार्ड के ही हवाले दिखे। कुछे चौराहों पर यातायात पुलिसकर्मी तो दिखे। इस दौरान सुबह छात्रों को स्कूल छोड़ने वाले वाहन समेत लोगों को काफी परेशान होना पड़ा।

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    'मैं देर करता नहीं पर...', दफ्तर पहुंचकर लोग ये कहने को मजबूर, कानपुर में जाम खुलवाने में छूट जाते पसीने

    जागरण संवाददाता, कानपुर। सोमवार सुबह शहर की प्रमुख चौराहों पर वाहन सवारों को जाम से जूझना पड़ा। लोग अपने समय पर घरों से तो निकल गए लेकिन जाम में फंसकर स्कूल, कार्यालय और प्रतिष्ठान देरी से पहुंचे। दफ्तर पहुंचकर उन्हें अपने अधिकारी या मालिक को सफाई देनी पड़ी कि वह तो समय से निकले थे, पर यातायात ने उनका रास्ता रोक लिया, जिसकी वजह से आने में देर हो गई। सोमवार को ज्यादातर चौराहे होमगार्ड के ही हवाले दिखे। कुछे चौराहों पर यातायात पुलिसकर्मी तो दिखे लेकिन यातायात व्यवस्था सुचारु रखने में असहाय नजर आए।

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    भाजपा नेताओं के निकलने से हाईवे पर लगा जाम

    जालौन जाने के लिए कई भाजपा नेताओं का काफिला नौबस्ता रैंप से एलीवेटेड पर पहुंचा था। उनके वाहन हाईवे पर खड़े हो गए थे। इस दौरान वही वाहन जब विपरीत रास्ते से नौबस्ता लौटने लगे तो कई वाहन आमने-सामने आ गए, जिसकी वजह से हाईवे पर वाहन फंस गए और जाम लग गया।

    चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मी पहुंचे, जिसके बाद जाम खुल सका। वहीं, मेट्रो प्रोजेक्ट की वजह से नौबस्ता-हमीरपुर रोड पर बाईपास से गल्लामंडी के बीच दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। इस दौरान सुबह छात्रों को स्कूल छोड़ने वाले वाहन समेत लोगों को काफी परेशान होना पड़ा।

    पुलिसकर्मियों की लापरवाही से हर रोज फंसते वाहन

    कर्रही रोड गुलाबी बिल्डिंग चौराहे से बर्रा बाईपास के बीच ऐसा कोई दिन नहीं होता है जहां वाहन सवार जाम में न फंसें। चौराहे पर शायद ही कभी पुलिसकर्मी दिखते हैं। बाईपास पर पुलिसकर्मी तो होते हैं लेकिन 20 कदम आगे चौराहे पर लगे जाम को खुलवाने की जहमत नहीं उठाते। वहीं, सोमवार रात बर्रा आठ के पास बसंत पेट्रोल पंप के सामने अंडरपास के पास एक ट्रक खराब होने से अंडरपास व हाईवे पर जाम में वाहन सवार फंसे रहे।

    नंदलाल से चावला तक फंसे वाहन

    सुबह पौने 10 बजे नंदलाल चौराहे से चावला चौराहे के बीच यातायात पुलिसकर्मी गायब दिखे। एक होमगार्ड एक तरफ तो वाहन सवारों को निकालने में जुटा रहा लेकिन तीन तरफ से निकल रहे वाहनों को वह नहीं रोक पा रहा था, जिससे जाम की स्थिति बन गई। अकेला होमगार्ड जाम खुलवाने के लिए जूझता रहा।

    सवारियों को उतारने-बैठाने में मेडिकल कालेज पुल पर लगा जाम

    एलएलआर अस्पताल के सामने सवारियों को उतारने और बैठाने और गोल चौराहे की ओर से आ रहे वाहनों के दबाव के चलते मेडिकल कालेज पुल पर भी लंबा जाम लग गया। पुल पर जाम देखकर बीच से ही कार सवारों ने वाहनों को मोड़ना शुरु कर दिया तो जाम बढ़ता चला गया।

    वहीं पोस्टमार्टम हाउस तिराहे पर वाहनों के मुड़ने और अवैध रूप से सड़क घेरकर खड़े शव वाहनों की वजह से यहां पर भी जाम की स्थिति बन गई। यहां पर कोई पुलिसकर्मी नजर नहीं आया जिससे पूरे दिन रुक-रुककर जाम लगता रहा।

    झकरकटी और घंटाघर चौराहे पर अराजकता

    झकरकटी बस अड्डे के पास टेंपो-आटो और ई-रिक्शा चालकों द्वारा सवारियां बैठाने के चक्कर में आड़े-तिरहे ढंग से वाहन खड़े करने से पुल के आसपास जाम लग गया। वहीं घंटाघर चौराहे पर आटो-टेंपो और ई-रिक्शों की बेतरतीब ढंग से खड़े रहने से जाम की स्थिति बनी रही।

    मरियमपुर से जेके मंदिर चौराहे के बीच फंसी एंबुलेंस

    मरियमपुर चौराहे से जेके मंदिर से पहले चौराहे के बीच सोमवार सुबह 10.20 बजे दोनों तरफ की रोड पर वाहन जाम में फंसे रहे। इस दौरान दो एंबुलेंस और अरमापुर थाने की गाड़ी भी जाम में फंस गई। चौराहे पर दो यातायात पुलिसकर्मी तैनात थे लेकिन उनके भी जाम खुलवाने में पसीने छूटने लगे।

    सप्ताह के पहले दिन हर बार लगता जाम

    सप्ताह के पहले दिन सोमवार को हर बार जाम से शहरवासियों को खासतौर पर सुबह के समय जूझना पड़ता है। स्कूली बच्चों से लेकर कार्यालयों में जाने वाले कर्मचारी व प्रतिष्ठानों को खोलने जाने वाले व्यापारी समेत सभी को जाम का सामना करना पड़ता है लेकिन इसके बावजूद यातायात अधिकारी किसी तरह की कोई तैयारी न कर सिर्फ औपचारिकता करते हैं। इसके जिम्मेदार टीएसआइ से लेकर इंस्पेक्टर तक हैं।