Kanpur Jam News: कानपुर का जाम बना काल, बेटी के जन्मदिन से पहले उठी मां की अर्थी
Kanpur Jam News कानपुर में ट्रैफिक जाम ने एक महिला की जिंदगी छीन ली। प्रापर्टी डीलर सोनू गुप्ता अपनी पत्नी बरखा को हार्ट अटैक के बाद इलाज के लिए कार्डियोलाजी ले जा रहे थे लेकिन शास्त्री चौक से विजयनगर और दादानगर तक जाम में फंसने से देर हो गई। बरखा अपनी बेटी शुभी का दूसरा जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रही थीं।

जागरण संवाददाता, कानपुर। पति की गोद में दम तोड़ने वाली 35 वर्षीय बरखा गुप्ता की मौत की असली वजह जाम रही, लेकिन फिर भी जिम्मेदार मानने को तैयार नहीं हैं। रविवार को बरखा की मौत की जानकारी पर घर पहुंचे डीसीपी ट्रैफिक रवींद्र कुमार और एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह ने पति सोनू गुप्ता से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। इस दौरान पूरा घटनाक्रम भी जाना। बाद में उसी मार्ग से काफिला लेकर कार्डियोलाजी तक पहुंचे, जिससे सोनू अपनी कार से पति को लेकर पहुंचा था। कार्डियोलाजी पहुंचने के बाद डीसीपी बोले, हम पहुंचने में तो सिर्फ 25 मिनट लगे।
गोविंदनगर थानाक्षेत्र के दबौली निवासी प्रापर्टी डीलर सोनू गुप्ता की पत्नी बरखा को 14 अगस्त की रात हार्ट अटैक पड़ा था। हालत बिगड़ने पर सोनू अपनी ही कार से पत्नी को लेकर कार्डियोलाजी के लिए निकल पड़े, लेकिन मेट्रो निर्माण कार्य के चलते शास्त्री चौक से विजयनगर तक लगे जाम में फंस गए। जैसे तैसे वह दादानगर पुल से उतरकर फजलगंज फायर ब्रिगेड से गड़रियनपुरवा को जाने वाली सड़क पर बढ़े तो फिर जाम में फंस गए।
करीब 45 मिनट बाद मरियमपुर चौराहा से नजीराबाद कोकाकोला क्रासिंग होते हुए कार्डियोलाजी पहुंचे, जहां डाक्टर ने देखते ही बरखा को मृत घोषित कर दिया। डीसीपी ट्रैफिक रवींद्र कुमार ने बताया कि मृतका के पति सोनू से पूरा घटनाक्रम जानने के बाद वह उसी रूट से निरीक्षण करते हुए कार्डियोलाजी तक काफिला लेकर पहुंचे थे। उन्हें कार्डियोलाजी तक पहुंचने सिर्फ 25 मिनट तक समय ही लगा है।
शायद बेटी के जन्मदिन की खुशियों में डूबी होती बरखा
बरखा गुप्ता को अगर समय से इलाज मिल जाता तो शायद वह अपनी बेटी की जन्मदिन की खुशियों में डूबी होती। सोमवार को उसकी बेटी का शुभी का दूसरा जन्मदिन है। बरखा ने बेटी का जन्मदिन धूमधाम से मनाने के लिए काफी तैयारियां की थीं। रिश्तेदारों को भी घर पर बुलाया था। हालांकि भगवान को कुछ और ही मंजूर था।
कार भी दांव पर लगाई, नहीं बचा पाए
सोनू गुप्ता ने पत्नी की जान बचाने के लिए उन्होंने कार को भी दांव पर लगा दिया, लेकिन फिर भी उसे बचा नहीं पाए।जाम से आगे निकलने के लिए कार को नाली से निकालने की कोशिश की। इस चक्कर में कार की ड्राइवर सीट की तरफ का हिस्सा दीवार से रगड़कर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। कार्डियोलाजी तक जल्दी पहुंचने के लिए हर जुगत भिड़ाते रहे, लेकिन न तो लोगों ने उनकी सुनीं और न ही वह कुछ कर पाए। वह बार बार अव्यवस्थाओं को ही कोसते रहे।
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