Railway News : अब डीएफसी रूट पर दौड़ेंगी मालगाड़ियां , कानपुर होकर जाने वाली यात्री ट्रेनों की रुकेगी लेटलतीफी
डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर (डीएफसी) का रूमा सुजातपुर रूट तैयार हो गया है।अब मालगाड़ी ट्रेनों का इसी रूट से संचालन होगा।रूट पर ट्रैक परीक्षण पूरा हो गया है।सिग्नल टेस्टिंग जारी है। पांच दिन में रूट शुरू हो जाएगा। प्रयागराज से कानपुर दौडऩे वाली 36 जोड़ी ट्रेनों का अवरोध दूर हो जाएगा।
कानपुर, जागरण संवाददाता। प्रयागराज से सेंट्रल स्टेशन के बीच दौडऩे वाली यात्री ट्रेनें अब ज्यादा लेट नहीं होंगी। इस रूट पर चलने वाली मालगाडिय़ां अगले पांच दिनों के भीतर डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर (डीएफसी) रूट से गुजरने लगेंगी। कानपुर देहात के भाऊपुर से दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन (पूर्व नाम मुगलसराय) के बीच कानपुर के रूमा और कौशांबी के सुजातपुर तक अप और डाउन लाइन का परीक्षण किया जा चुका है। सिग्नल टेस्टिंग चल रही है, जो दो से तीन दिन में पूरी हो जाएगी।
डीएफसीसीआइएल (डेडीकेटेड फ्रेट कारिडोर कारपोरेशन इंडिया लिमिटेड) पंजाब के लुधियाना से बंगाल के दनकुनी तक डीएफसी ट्रैक का निर्माण कर रहा है। बुलंदशहर के खुर्जा से भाऊपुर के बीच रूट काफी पहले शुरू हो चुका है। अब भाऊपुर से दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन तक दूसरा सेक्शन बनाया जा रहा है।
-382 किमी लंबा है इस कारीडोर का दूसरा सेक्शन
-133 किमी ट्रैक तैयार है रूमा से सुजातपुर तक
-75 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से इंजन चलाकर पूरा किया जा चुका है परीक्षण
-28 फरवरी से पहले इस रूट को खोलने की तैयारी है।
हर दिन चलाई जाती हैं तीन से चार मालगाडिय़ां
प्रयागराज से कानपुर के बीच रेलवे रूट पर तीन से चार मालगाडिय़ां हर दिन चलाई जाती हैं। रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक, प्रतिमाह औसतन 110 मालगाडिय़ों का संचालन होता है, जो इस रूट पर चलने वाली 36 जोड़ी ट्रेनों के मार्ग को प्रभावित करती हैं।
पूरी तरह से नहीं मिलेगी राहत
डीएफसी रूट पर मालगाडिय़ां चलने से यात्री ट्रेनों को अभी पूरी तरह राहत नहीं मिलेगी। दरअसल, भाऊपुर से रूमा के बीच करीब 57 किमी में डीएफसी रूट नहीं है। सुजातपुर से आगे प्रयागराज होते हुए दीनदयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन तक करीब 192 किमी रूट पर भी डीएफसी का काम चल रहा है। ऐसे में खुर्जा से भाऊपुर आने वाली मालगाड़ी को भाऊपुर से आगे 57 किमी तक रेलवे के पुराने रूट पर ही चलना होगा। रूमा से यह डीएफसी रूट पर आ जाएंगी, लेकिन सुजातपुर से फिर पुराने रेलवे रूट पर चलेंगी। ऐसे में पूरा रूट बनने के बाद ही यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी पूरी तरह खत्म होगी।
- नंबर गेम - 57 किमी में भाऊपुर से रूमा के बीच नहीं है डीएफसी रूट
बोले जिम्मेदार : इंजन चलाकर परीक्षण पूरा कर लिया गया है। सिग्नल की टेस्टिंग चल रही है। 28 फरवरी से पहले इस रूट पर मालगाड़ी का संचालन शुरू करा दिया जाएगा। सेक्शन के बाकी हिस्से पर काम तेजी से चल रहा है। -ओम प्रकाश, मुख्य महाप्रबंधक, डीएफसीसीआइएल