कानपुरवासियों के लिए खुशखबरी, मरियमपुर से बर्रा बाईपास तक बनेगा एलीवेटेड पुल; 1050 करोड़ होगी लागत!
Kanpur News कानपुर में बनने जा रहा है 4 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड पुल जिसकी लागत 1050 करोड़ रुपये होगी। यह पुल मरियमपुर से बर्रा बाईपास तक बनेगा और इसके ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। मरियमपुर से बर्रा बाईपास तक चार किमी लंबा एलीवेटेड पुल 150 खंभों पर बनेगा। एक खंभा 24 से 30 मीटर की दूरी पर होगा। पुल की चौड़ाई साढ़े 10 मीटर रहेगी। 1050 करोड़ रुपये लागत आने की संभावना है। गुरुवार से सीमांकन व सर्वे शुरू करके डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) मुख्यमंत्री कार्यालय को सप्ताह भर में भेज दी जाएगी। पहले दीप तिराहा तक 360 करोड़ रुपये से निर्माण का प्रस्ताव भेजा गया था। सेतु निगम ऐसी डिजाइन तैयार कर रहा है, जिससे पुराना गोविंदपुरी पुल भी बना रहे।
इसके निर्माण से दक्षिण व उत्तर के बीच प्रतिदिन यात्रा करने वालों समेत 40 लाख आबादी को मरियमपुर, फजलगंज, चावला मार्केट, नंद लाल चौराहा, दीप तिराहा, सचान गेस्ट हाउस चौराहा पर जाम से मुक्ति मिलेगी। मंगलवार को सांसद रमेश अवस्थी ने किदवई नगर विधायक महेश त्रिवेदी, एमएलसी अरुण पाठक व दक्षिण भाजपा के जिलाध्यक्ष शिवराम सिंह के साथ सेतु निगम के अफसरों से रोडमैप समझा। गोविंदपुरी पुल के पास निरीक्षण कर स्थिति देखी।
लगातार उठती रही है एलीवेटेड पुल की मांग
उत्तर-दक्षिण के बीच सेतु व मरियमपुर से बर्रा बाईपास के रास्ते को सुगम व जाम मुक्त बनाने के लिए एलीवेटेड पुल महत्वपूर्ण कदम है। 12 साल पहले वर्ष 2013 में महानगर विकास समिति के अध्यक्ष भूपेश अवस्थी ने यह मुद्दा उठाया था। फिर 2019 में कानपुर के सांसद बने सत्यदेव पचौरी ने केंद्रीय सड़क, परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी तक मरियमपुर से दीप तिराहा तक एलीवेटेड पुल की आवाज पहुंचाई थी। फिर विधायक महेश त्रिवेदी व सुरेंद्र मैथानी ने मुद्दे को पकड़ा।
उन्होंने सांसद रमेश अवस्थी के साथ इसे केंद्र व राज्य सरकार तक पहुंचाकर अमलीजामा पहनाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब शहर में 23 मार्च को समग्र विकास की बैठक की, तब इसे लेकर सैद्धांतिक सहमति दी। इससे पुल निर्माण पर कदम आगे बढ़े। मंगलवार को सांसद ने विधायकों के साथ जागेश्वर अस्पताल के सामने से गोविंदपुरी पुल व चावला मार्केट के बीच स्थिति समझी।
अप्रैल के लास्ट तक मिलेगी स्वीकृति
पुल निर्माण में ऐसी डिजाइन बनाने पर सहमति बनी, जिससे खंभों की ऊंचाई अधिक रखकर सड़क किनारे के व्यावसायिक व रिहायशी क्षेत्रों को बचाए रखा सके। फजलगंज से चावला मार्केट तक पुल निर्माण में पुराने सेतु को कोई नुकसान नहीं पहुंचे। सेतु निगम के परियोजना अधिकारी एसके सुमन व बीके सेन ने जनप्रतिनिधियों को प्रस्तावित एलीवेटेड पुल का रोडमैप दिखाया। डीपीआर के आधार पर अप्रैल के अंत तक परियोजना को स्वीकृति मिल जाएगी।
सांसद ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत व विकसित कानपुर के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। विधायक महेश ने कहा, मुख्यमंत्री योगी जनता का दर्द बखूबी समझते हैं। अनूप अवस्थी, पार्षद नवीन पंडित, अवधेश त्रिपाठी व विजय गौतम, नीरज गुप्ता, दीपू पासवान, अखिलेश अवस्थी, मोनू पांडेय, विपुल शाह, अजीत छाबड़ा व रोहित मिश्रा उपस्थित रहे।
जल्द जूही खलवा पुल की भी डीपीआर
विधायक महेश त्रिवेदी ने बताया कि जल्द ही जूही खलवा पुल को लेकर भी डीपीआर तैयार हो जाएगी। सेतु निगम के अफसर इसे लेकर काम कर रहे हैं। इससे बारिश में जलभराव के दौरान हादसे रुकेंगे।
इसलिए जरूरी है यह पुल
- प्रमुख अस्पताल उत्तर में हैं। गंभीर बीमारों को लेकर जाने वाली एंबुलेंस जाम में नहीं फंसेंगी।
- स्कूल-कालेजों से आने-जाने वाले वाहनों का उलझाव न होने से छात्र-छात्राओं को सुगम राह मिलेगी।
- उत्तर व दक्षिण के बीच आवाजाही आसान होने से कारोबारियों, आमजन को राहत।
- सरकारी नौकरीपेशा, सीएसजेएमयू, प्रमुख शिक्षण संस्थानों, हृदय रोग संस्थान समेत दूसरे अस्पतालों तक पहुंचना आसान।
- 30 लाख से अधिक आबादी रहती दक्षिण क्षेत्र के 200 मुहल्लों में, जो आवाजाही करती।
- 10 लाख लोग प्रतिदिन नौकरीपेशा, कारोबारी, मरीज, उनके स्वजन, निजी क्षेत्र में नौकरी वाले आते-जाते
- 7 प्रमुख चौराहों मरियमपुर, फजलगंज, बैंक आफ बड़ौदा चौराहा, चावला मार्केट, नंदलाल, दीप तिराहा व सचान चौराहा पर जाम से मुक्ति।
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