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    UP News: प्रदेश के साथ ही दूसरे राज्यों की बिजली आपूर्ति को पूरा करेगा कानपुर शहर, नवंबर से शुरू होगा उत्‍पादन

    Updated: Sat, 12 Oct 2024 02:58 PM (IST)

    कानपुर शहर जल्द ही देश के सबसे बड़े बिजली उत्पादक शहरों में से एक बनने जा रहा है। वर्ष 2024 से तीन प्लांट से 2640 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू होगा। पनकी थर्मल पावर प्लांट की 660 मेगावाट इकाई से नवंबर माह से बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा। वहीं आगामी 10 दिनों में घाटमपुर की नेयवेली लिग्नाइट थर्मल पावर प्लांट की 660 मेगावाट की एक इकाई से उत्पादन शुरू होगा।

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    एक साथ तीन पॉवर प्‍लांट से होगा बिजली का उत्‍पादन। जागरण

    जागरण संवाददाता,कानपुर। सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन में शहर का नाम जल्द देश के नक्शे में शामिल हो जाएगा। वर्ष 2024 से तीन प्लांट से 2640 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू होगा। पनकी थर्मल पावर प्लांट की 660 मेगावाट इकाई से नवंबर माह से बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा।

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    वहीं आगामी 10 दिनों में घाटमपुर की नेयवेली लिग्नाइट थर्मल पावर प्लांट की 660 मेगावाट की एक इकाई से उत्पादन शुरू होगा। यहां पर 660 मेगावाट की तीन यूनिट स्थापित हो रही हैं। जिनसें 1980 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू होगा। जिसमें दो यूनिटों का काम इस साल के अंत तक पूरा करने का दावा अफसरों ने किया है।

    पांच हजार करोड़ रुपये के बजट से पनकी पावर प्लांट में 660 मेगा वाट बिजली उत्पादन का प्लांट बनकर तैयार हो चुका है। नवंबर माह से साढ़े तीन सौ मेगा वाट बिजली उत्पादन के साथ ही ग्रिड को सप्लाई शुरू हो जाएगी। प्लांट में कोयले की रैक का सफल ट्रायल पूरा हो चुका है।

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    प्रतिदिन बिजली उत्पादन के लिए तीन मालगाड़ी कोयले की जरूरत रहेगी। पनकी पावर प्लांट के अधिकारियों ने बताया कि अब कानपुर को जितनी बिजली की जरूरत है,उतना उत्पादन यहीं होगा। इसके साथ ही इस प्लांट से ग्रिड को साढ़े चार रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली बेची जाएगी।

    पनकी, घाटमपुर और बिल्हौर में बन रहे पावर प्लांट की क्षमता 2640 मेगावाट बिजली उत्पादन की है। जबकि, शहर को अभी 700 मेगावाट बिजली की जरूरत होती है। इन प्लांट शुरू होते ही प्रदेश के साथ ही दूसरे राज्यों की बिजली की समस्या का समाधान भी होगा।

    पनकी पावर प्लांट

    • परियोजना को मंजूरी 2018
    • शिलान्यास 2019
    • लागत 5816 करोड़ रुपये
    • क्षमता 660 मेगावाट

    घाटमपुर पावर प्लांट

    • परियोजना का शिलान्यास 2016
    • लागत 17,237 करोड़ रुपये
    • क्षमता 1980 मेगावाट

    बिल्हौर सोलर पावर प्लांट

    • परियोजना का शिलान्यास 2019
    • लागत 937 करोड़ रुपये
    • क्षमता 225 मेगावाट

    बोले जिम्मेदार

    नेयवेली पावर प्लांट के डीजीएम/एचआर सौमित्र पांडेय ने बताया कि प्लांट में आगामी 10 दिनों में 660 मेगावाट की एक यूनिट से उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही इस साल के अंत तक दो और यूनिटों से उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। कोयल से बिजली उत्पादन का ट्रायल पूरा हो चुका हैंं।

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