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    आवारा कुत्तों की शिकार बीबीए छात्रा को अब डाग लवर्स से खौफ, घर में घुसकर दी ये धमकी

    By surjeet kumar tiwari Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Sun, 24 Aug 2025 10:27 PM (IST)

    कानपुर के चकेरी रामपुरम फेज वन में आवारा कुत्तों के हमले की शिकार छात्रा वैष्णवी साहू के घर शनिवार को दिल्ली की एक एनजीओ से जुड़े डाग लवर्स पहुंचे। उन्होंने परिवार को धमकी दी। उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रा के चाचा ने कुत्तों को मारने की बात कही। वहीं डीएम कार्यालय से पीड़िता के हालचाल पूछकर मदद का आश्वासन दिया गया।

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    आवारा कुत्तों के हमले की शिकार पीड़िता के घर पहुंचे लाग लवर्स।

    जागरण संवाददाता, कानपुर। चकेरी रामपुरम फेज वन में आदमखोर कुत्तों के हमले का दंश झेल रही पीड़िता के घर शनिवार देर शाम एक एनजीओ के आधा दर्जन सदस्य पहुंचे। इसमें दो महिलाएं शामिल थीं। बताया कि वह डाग लवर्स हैं। फिर उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा कि उनकी दिल्ली का संस्था है, जो आवारा कुत्तों के संरक्षण के लिए काम करती है। उन्होंने स्वजनों को धमकी दी।

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    पीड़ित छात्रा के चाचा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने मीडिया में काटने वाले कुत्तों को मार देने की बात कही है। जो बहुत गलत है, तर्क दिया कि यहां पर कुत्तों के कारण ही बंदरों का आतंक कम है। इसके बाद पीड़िता के चाचा ने उन्हें जाने को कहा। इसपर वह सभी चले गए।

    चकेरी के रामपुरम फेज वन में 20 अगस्त को एलन हाउस की बीबीए फाइनल वर्ष की छात्रा वैष्णवी साहू पर घर से कुछ दूर पहले ही आवारा कुत्तों ने उसे घेरकर गिराने के बाद बुरी तरह से काटा था। जिससे का दाया गाल फट गया था, वहीं नाक और कान समेत शरीर के कई जगह काटा था। इस दौरान वह शाम को कालेज से घर लौट रही थी। फिलहाल उसका उपचार घर पर ही चल रहा है।

    पीड़िता के चाचा आशुतोष ने बताया कि भतीजी के साथ हुई घटना की जानकारी शनिवार को उसके कालेज से प्रबंधन समेत स्टाफ व सहपाठी भी उसे देखने पहुंच रहे हैं। इस दौरान दो महिलाएं समेत चार पुरुष उनके घर पहुंचे। उन्होंने पर दिल्ली स्थित डाग लवर्स के लिए काम करने वाली एनजीओ कर्मियों के रूप में दिया।

    कहा कि वह बेटी को देखना चाहते हैं। इसपर उन्हें बेटी को दिखाया। फिर उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा कि आपने मीडिया में उन कुत्तों को मारने का बयान दिया। जो बहुत गलत है, आपको ऐसा नहीं कहना चाहिए। फिर कहा कि यहां काफी बंदर भी हैं, जिनसे कुत्ते ही रक्षा करते हैं, अगर कुत्ते यहा से हट जाएगे। तो बंदर और अधिक परेशान करेंगे।

    आशुतोष के अनुसार उन्होंने का कि वह घटना को लेकर पहले ही काफी परेशान हैं, इस विषय पर कोई बात न करें। उन्होंने कोई ऐसा बयान नहीं दिया है, बल्कि वह खुद अपने घर पर कुत्ता पाले हुए हैं। इसके बाद वह सभी चले गए। हालांकि उन्होंने अपनी एनजीओ का नाम व अपनी पहचान नहीं बताई।

    डीएम के आफिस से पहुंचा वैष्णवी के चाचा के पास मदद फोन

    आशुतोष ने बताया कि रविवार को उनके पास जिलाधिकारी कार्यालय से फोन आया। उन्होने बताया कि वह जिलाधिकारी के पीआरओ बोल रहे हैं, उन्होंने घटना की जानकारी के साथ भतीजी वैष्णवी का हाल चाल पूछा.। चल रही दवाईयां और उपचार के बारे में जानकारी ली। कहा कि वह परेशान न हो , पूरी मदद की जाएगी। किसी भी परेशानी पर संपर्क करें। इसके बाद दोबारा भी उन्होंने फोन कर हालचाल लिया। पूछा की आर्थिक सहायता चाहिए । इसपर आशुतोष ने सिर्फ उपचार कराने की बात कही। आशुतोष के अनुसार सोमवार को वह भतीजी को लेकर एलएलआर पीजीआइ जाएंगे। जहां पर उनका आगे के उपचार होगा।