Kanpur News: सीएम योगी के जाते ही भीषण सड़क हादसा, बस की टक्कर से बुजुर्ग की मौत
कानपुर में आईआईटी से मुख्यमंत्री के जाते ही कल्याणपुर के इंद्रानगर तिराहे के पास एक दुखद सड़क हादसा हुआ। सायरन से घबराए बस चालक ने जल्दबाजी में बस को किनारे करते समय एक बुजुर्ग को टक्कर मार दी जिससे उनकी मृत्यु हो गई। मृतक की पहचान उजागर लाल के रूप में होने की आशंका है जो नारामऊ के निवासी थे।

जागरण संवाददाता, कानपुर। वीआइपी मूवमेंट के चलते एक बार फिर एक जान चली गई। आइआइटी से मुख्यमंत्री के जाते ही कल्याणपुर के इंद्रानगर तिराहे के पास भीषण सड़क हादसे एक बुजुर्ग की मौत हो गई। जिले के अधिकारियों के काफिले के बजते सायरन से घबराए बस चालक ने बस को किनारे करने की जल्दबाजी में एक बुजुर्ग को जोरदार टक्कर मार दी।
बुजुर्ग की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई। बुजुर्ग की की पहचान नारामऊ निवासी 85 वर्षीय सेवानिवृत पोस्टमास्टर उजागर लाल के रूप में हुई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजा गया है।
कानपुर के आइआइटी में बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समन्वय से उद्योग एकेडमिक जुड़ाव कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।जहां जिले के सभी पुलिस और प्रशानिक अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल से रवाना होने के तुरंत बाद अधिकारियों का काफिला भी आइआइटी से निकला।
कल्याणपुर थाने के सामने इंद्रानगर चौराहे के पास पीछे से आ रहे अधिकारियों के काफिले के सायरन की आवाज सुनकर बिल्हौर की तरफ से आ रही बस के चालक ने जल्दबाजी और हड़बड़ाहट में बस को किनारे करने का प्रयास किया।तभी सड़क किनारे पैदल निकल रहे बुजुर्ग बस की चपेट में आ गए। आनन फानन में उन्हें सीएचसी कल्याणपुर लाया गया जहां डाक्टरों ने बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया। जेब में मिली डाक्टर की पर्ची से उनकी पहचान बिठूर के नारामऊ निवासी सेवानिवृत पोस्टमास्टर 85 वर्षीय उजागर लाल के रूप में हुई है।जिसके बाद स्वजनों को सूचना दी गई।
बस और बस चालक को हिरासत में ले लिया गया है। रोते बिलखते स्वजन सीएचसी पहुंचे।दिवंगत उजागर लाल के पुत्र सर्वेंद्र ने बताया कि उजागर लाल सचेंडी पोस्ट ऑफिस से वर्ष 2000 में पोस्टमास्टर के पद से रिटायर हुए थे। तबियत खराब रहने के चलते वह पुरानी शिवली रोड स्थित डा गोपाल गुप्ता के क्लिनिक से दवा लेने आए थे तभी हादसा हो गया। उजागर लाल अपनी पत्नी दमयंती के अलावा पांच पुत्र धर्मेंद्र, गिरेंद्र, महेंद्र, रामेंद्र और सर्वेंद्र और चार बहुओं के साथ रहते थे। रामेंद्र को छोड़कर सभी की शादी हो चुकी है। रामेंद्र की शादी अगले नवम्बर माह में तय है। उन्होंने बताया कि आगामी फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजा है।
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