कानपुर में बारिश के दौरान हादसा, होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र की छत व दीवार गिरी, चार जवान घायल
कानपुर के महाराजपुर में रेलवे स्टेशन सरसौल स्थित जिला होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र की पुरानी इमारत की छत व दीवार गिरी। हादसे के दौरान इमारत में होमगार्ड भी थे। बारिश की वजह से इमारत गिर गई थी। इसी दौरान चार होमगार्ड इसकी चपेट में आ गए। तत्काल होमगार्ड को बाहर निकालकर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर में बारिश के दौरान एक हादसा हो गया। कानपुर के महाराजपुर में रेलवे स्टेशन सरसौल स्थित जिला होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र की पुरानी इमारत की छत व दीवार गिरी। हादसे के दौरान इमारत में होमगार्ड भी थे। बारिश की वजह से इमारत गिर गई थी। इसी दौरान चार होमगार्ड इसकी चपेट में आ गए। तत्काल होमगार्ड को बाहर निकालकर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
महाराजपुर में रेलवे स्टेशन सरसौल स्थित मंडलीय होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र की जर्जर इमारत की छत का एक बड़ा हिस्सा व उसी से जुड़ी दीवार मंगलवार दोपहर बाद तेज बारिश के बीच भरभराकर गिर गई। मौके पर मौजुद प्रशिक्षणरत होमगार्ड चीख-पुकार मचाते हुए बाहर की तरफ जान बचाकर भागे। पूरे प्रशिक्षण केंद्र में अफरातफरी व भगदड़ मच गई। चार होमगार्ड घायल हुए हैं। एक को गंभीर चोट आई है, जबकि तीन मामूली रूप से चुटहिल हुए हैं। पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर जांच की। होमगार्ड के विभागीय अधिकारियों ने भी घटना की जानकारी ली।प्रशासकीय निरीक्षण की रिपोर्ट के आधार पर घटना के बाद वर्तमान व आगामी दोनो प्रशिक्षण निरस्त कर दिए गए।
घटना के बाद भी जवानों को मुख्य भवन में जहां भेजा गया वहां भी खतरे में जिंदगी। जर्जर छत कब काल बन जाए कुछ नहीं पता। जागरण
रेलवे स्टेशन सरसौल में मंडलीय होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र है। गणेश सेवा आश्रम नर्वल की इमारत में 1986 से यहां होमगार्डों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले जिला व बाद में इसे मंडल प्रशिक्षण केंद्र बनाया गया। बीती 17 जुलाई से यहां फतेहगढ़, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर नगर व कानपुर देहात जिलों के 141 होमगार्डों को एक माह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जो 15 अगस्त तक चलना था।मंगलवार दोपहर दो बजे आंतरिक कक्षा समाप्त होने के बाद प्रशिक्षु अपनी बैरकों में गए तो पीछे वाले हाल की छत का एक बड़ा हिस्सा व उससे सटी दीवार तेज आवाज के साथ जमींदोज हो गई।
छत गिरते ही वहां भगदड़ मच गई। चीख - पुकार करते होमगार्ड बाहर की तरफ भागे। कानपुर देहात के बरौख थाना क्षेत्र के मड़इया निवासी 50 वर्षीय लक्ष्मीकांत हड़बड़ी में टूटी खिड़की से बाहर की तरफ भागे। तभी मलबा उनके एक हाथ में गिर पड़ा और वो वहीं गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। सीएचसी सरसौल से लक्ष्मीकांत को एलएलआर अस्पताल रेफर कर दिया गया। कानपुर देहात निवासी तीन अन्य प्रशिक्षु झींझक के मुख्तार अली,मलासा के रामबाबू व राजपुर के राजबहादुर को भी मामूली चोटे आई हैं।
प्रशिक्षुओं की खड़ी पांच बाइकें भी मलबे में दबकर क्षतिग्रस्त हो गई हैं। सूचना पर महाराजपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की। प्रशासकीय निरीक्षक लाल साहब यदुवंशी ने बताया जर्जर इमारत की पीछे के हाल की छत का कुछ हिस्सा व दीवार गिर गई थी।भागने में एक प्रशिक्षु होमगार्ड को ज्यादा चोट लगी हैं। कुछ होमगार्डों को खरोंच व मामूली चोट आई है।होमगार्ड निदेशालय लखनऊ ने वर्तमान व अगस्त माह में प्रस्तावित होमगार्डों के दोनो प्रशिक्षण निरस्त कर दिए हैं।घटना की सूचना व रिपोर्ट निदेशालय व सभी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।घायल होमगार्ड का अस्पताल में उपचार चल रहा है।
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