Kanpur Ploggers बदल रहा घाटों की तस्वीर, प्लास्टिक वेस्ट से ट्री-गार्ड बनाते... सालों से चल रहा पर्यावरण शुद्धि अभियान
कानपुर की डॉ. संजीवनी शर्मा ने कानपुर प्लॉगर्स ग्रुप बनाकर गंगा और शहर को प्लास्टिक मुक्त करने का बीड़ा उठाया है। हर रविवार को उनकी टीम गंगा तटों से पॉलीथिन एकत्र करती हैं और उसे रीसाइकिल करके ट्री गार्ड बनाती हैं। उनके इस अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहा है। पीएम ने मन की बात कार्यक्रम में इस ग्रुप का जिक्र किया था।

अंकुश शुक्ल, कानपुर। पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए डॉक्टर संजीवनी शर्मा लंबे समय से पॉलीथिन मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने में जुटीं हैं। उनकी बनाई कानपुर प्लॉगर्स टोली के प्रयास को वैश्विक पहचान मिल गई है।
छह मार्च 2021 को अपने चार वर्षीय बेटे विराज के साथ अभियान की शुरुआत करने वाली डॉ. संजीवनी अब तक 183 सप्ताह की प्लॉगिंग कर चुकी हैं। इसमें वे करीब 120 मीट्रिक टन प्लास्टिक गंगा के किनारे से बटोरकर उसको रीसाइकिल कर ट्री गार्ड बना चुकी हैं।
उनके अथक प्रयास का जिक्र पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के 116वें एपिसोड में किया था। यह टोली प्रोजेक्ट संकल्प के जरिये भगवान की चुनरी और वस्त्र के थैले बनाने और गो काष्ठ की प्रतिमाएं और दीप बनाकर महिलाओं को रोजगार देने की तैयारी में जुटी है।
कई सालों से संजीवनी प्लॉगर्स अभियान चला रहीं
कानपुर प्लॉगर्स की संस्थापक लखनपुर निवासी दंत चिकित्सक डॉ. संजीवनी शर्मा पिछले कई वर्षों से कानपुर प्लॉगर्स अभियान से गंगा के साथ शहर को प्लास्टिक मुक्त करने में जुटी हैं। सप्ताह के हर रविवार को उनके साथ शहर का बड़ा वर्ग उनकी पहल में जुटकर गंगा तटों से पॉलीथिन एकत्र कर स्वच्छ गंगा अभियान में सहयोग करता है।
वे अपनी टीम के साथ घर-घर से भी पॉलीथिन को एकत्र कर उसे रनियां के रिसाइकिलिंग प्लांट तक पहुंचाती हैं। जिसे ट्री गार्ड में बदलकर पौधों की सुरक्षित किया जा रहा है। उनके इस अभियान में शहर के कई अपार्टमेंट से कूड़ा प्रबंधन का सहयोग प्रदान किया जा रहा है। शहर को पालीथिन मुक्त करने के लिए वे और उनकी टीम दुकानों के बाहर एक बाक्स रखकर शहरवासियों को जागरूक कर रहीं हैं।
पीएम से मिली अभियान की प्रेरणा
डॉ. संजीवनी ने बताया कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने 'एक्स' (तत्कालीन ट्वीटर) पर 2021 में बताया था कि आज मैंने सैर के साथ प्लॉगिंग करके केरल के बीच पर कचरा उठाया है। यह शब्द और भावना तभी से मेरे भीतर आई। सोशल मीडिया के जरिए आमजन को जोड़ा। कानपुर प्लॉगर्स ग्रुप बनाकर इंटरनेट मीडिया पर भी पॉलीथीन मुक्ति का अभियान चलाया। इसमें दूसरे शहरों के लोग भी जुड़ रहे हैं। आज कानपुर प्लॉगर्स की टोली में करीब 850 लोग शामिल हैं। टोली में प्लॉगर्स की सबसे कम आयु चार वर्ष की वृंदा भार्गव और सबसे ज्यादा उम्र के 65 वर्षीय अनूप द्विवेदी शामिल हैं।
प्लास्टिक कचरे से बना ट्री गार्ड कर रहा पौधों की सुरक्षा
शहर के मैंगी प्वॉइंट, घर, अपार्टमेंट से प्लास्टिक के पैकेज बटोरने वाली प्लॉगर्स की टोली करीब 250 घरों से खुद ही प्लास्टिक कचरा उठा रही है। रनियां में प्लास्टिक रिसाइकिलिंग फैक्ट्री की मदद लेकर इस प्लास्टिक से ट्री गार्ड तैयार किए जा रहे हैं। एक ट्री गार्ड में 3700 प्लास्टिक पैकेज का प्रयोग होता है।

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