Kanpur News: कानपुर के मरीजों के लिए राहत भरी खबर, एक रुपये के पर्चे पर 108 प्रकार की जांच सुविधा
कानपुर के कांशीराम चिकित्सालय में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब का उद्घाटन हुआ है। यहा मात्र एक रुपये के पर्चे पर 25 हजार तक की 108 जांचें कम शुल्क पर उपलब्ध होंगी। यह लैब ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जहाँ उन्हें अब जांच के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कांशीराम चिकित्सालय में इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब का उद्घाटन बुधवार को डीएम जितेन्द्र प्रताप सिंह, सीडीओ दीक्षा जैन और सीएमओ डा. हरिदत्त नेमी ने किया। विशेष प्रकार की लैब में एक रुपये के ओपीडी पर्चे पर 25 हजार रुपये तक की 108 प्रकार की जांच सुविधा न्यूनतम सरकारी शुल्क पर मिलेगी। इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों की जांच रिपोर्ट कम समय में देने में समक्ष है। इसमें कम रक्त सैंपल में ही सटीक रिपोर्टिंग की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध है।
रामादेवी स्थित चिकित्सालय में लैब का उद्घाटन करते हुए डीएम जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर स्वस्थ समाज की दिशा में यह लैब उपयोगी साबित होगी। इंटीग्रेटेड समय के साथ धन की बचत करेगी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
विशेष प्रकार की लैब प्राइवेट क्लीनिक पर मरीजों की निर्भरता और आर्थिक बोझ को कम करने में मददगार होगी। जहां पर शहर और उससे सटे सामुदायिक और प्राथमिक तथा स्वास्थ्य केंद्रों से आने वाले मरीजों के जांच सैंपल की रिपोर्टिंग की जा रही है। इसकी शुरुआत हो जाने से ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को जांच के लिए भटकना नहीं पड़ रहा है और हजारों रुपये में होने वाली जांच की सेवा निश्शुल्क तथा कुछ जांच सरकार की ओर से निर्धारित न्यूनतम धनराशि में उपलब्ध हो रही है।
इन जांच की मिल रही सुविधा
कांशीराम चिकित्सालय के सीएमएस डा. नवीन चंद्र ने बताया कि इस लैब की मदद से शहर और उससे सटे ग्रामीण क्षेत्रों के सैंपल की रिपोर्टिंग आसान हो गई है। समय पर जांच रिपोर्ट मिल जाने से मरीजों को रोग को पकड़ा जा रहा है। हमारे यहां बनी लैब में संक्रामक रोगों के निदान के साथ-साथ हेमेटोलाजी, कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, लिवर और किडनी फंक्शन, यूरिन कल्चर, प्रोटीन, कोलेस्ट्राल, इलेक्ट्रोलाइड्स, यूरिक एसिड सहित 108 प्रकार की जांच की रिपोर्टिंग की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब की मदद से ग्रामीण मरीजों को बड़े स्तर पर फायदा मिल रहा है। जहां से आने वाले सैंपल की जांच बारकोड के जरिये उनके पास स्कैन माध्यम से उपलब्ध हो रही है। मरीजों को बार-बार चिकित्सालय के चक्कर भी नहीं लगाने पड़ रहे हैं।
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