Updated: Sat, 13 Sep 2025 03:04 PM (IST)
कानपुर देहात में एक विवाहिता के शव का पोस्टमार्टम 32 घंटे तक नहीं हो सका क्योंकि महिला डॉक्टर उपलब्ध नहीं थीं। मृतका के मामा ने सीएमओ से शिकायत की जिसके बाद डॉक्टर आईं और पोस्टमार्टम किया गया। परिजनों ने दहेज के लिए उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शव को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया था और उस पर चोटों के निशान थे।
जागरण संवाददाता,कानपुर । पोस्टमार्टम हाउस में महिला डाक्टर के न आने पर कानपुर देहात की विवाहिता का शव का गुरुवार सुबह से 32 घंटे तक पोस्टमार्टम नहीं हो सका। शुक्रवार दोपहर दिवंगत के मामा ने सीएमओ से फोन पर शिकायत की। तब जाकर करीब एक बजे महिला के डाक्टर आईं और पोस्टमार्टम हुआ।
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कानपुर देहात के भोगनीपुर निवासी 24 वर्षीय नाजरीन की शादी 16 नवंबर 2021 को अकबरपुर के हारून से हुई थी। नाजरीन के मामा मो. रियाज ने बताया कि दहेज की अतिरिक्त मांग को लेकर ससुरालवाले भांजी को प्रताड़ित करते थे। बुधवार रात ससुरालवालों ने बताया कि नाजरीन की तबीयत ज्यादा खराब है, लेकिन जब वह परिवार के साथय अकबरपुर स्थित अस्पताल पहुंचे तो भांजी होश में नहीं थी। आरोप है कि शरीर पर चोटों के निशान भी थे।
गुरुवार सुबह से मर्च्युरी में रखी रही लाश
उसे एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ देर बाद डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से शव को गुरुवार सुबह करीब पांच बजे मर्च्युरी में रखवा दिया गया। इसके बाद शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक पोस्टमार्टम नहीं हो सका।
पोस्टमार्टम हाउस के स्टाफ ने बताया कि महिला डाक्टर के न आने से देरी हो रही है। जिसकी जानकारी रियाज ने फोन पर सीएमओ को दी। मामले में पोस्टमार्टम हाउस के प्रभारी डा. नवनीत चौधरी ने बताया कि महिला के पोस्टमार्टम में महिला डाक्टर का होने का शासन का आदेश है। बिल्हौर सीएचसी की डा. निदा नाज गनी की ड्यूटी लगी थी, लेकिन वह अवकाशित हैं।
उनकी अनुपस्थिति पर कई अन्य महिला डाक्टर को फोन किया तो कोई कोर्ट में तो कोई ओटी में होना बताया गया। शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे के बाद कल्याणपुर सीएचसी से डा. वर्षा आईं। तब पोस्टमार्टम हुआ।
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