होटलों में काम की तलाश कर रहे युवकों को गांव वालों ने चोर समझकर पीटा
कानपुर के पतारा में ग्रामीणों ने दो युवकों को चोर समझकर पीटा और पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में पता चला कि वे होटल में काम ढूंढ रहे थे। एक हरदोई और दूसरा बिहार का रहने वाला है। पुलिस उनके परिजनों को बुलाकर उन्हें सौंप देगी। वहीं पतारी गांव में ग्रामीणों ने टावर कंपनी के सुरक्षा कर्मियों को भी घेरा।

संवाद सहयोगी, घाटमपुर। पतारा में सोमवार रात ग्रामीणों ने दो युवकों को चोर समझकर पीटकर पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में पता चला कि दोनों युवक होटलों में काम ढूंढ़ने आए थे। एक युवक हरदोई तो दूसरा बिहार का है। पुलिस ने उनके स्वजन को बुलाया है।
पतारा चौकी प्रभारी अनुज राजपूत ने बताया कि सोमवार रात बरनांव मोड़ के पास दो युवक खड़े थे तभी ग्रामीणों ने दोनों को चोर समझकर पीट दिया। पुलिस ने दोनों युवकों से पूछताछ की तो उनकी पहचान हरदोई के घटगना निवासी 20 वर्षीय सत्यम रैदास और बिहार निवासी 30 वर्षीय मनोज के रूप में हुई।
पता चला कि दोनों होटलों में काम मांगते हुए आए थे। बताया गया कि एक युवक को कम दिखता है जबकि, दूसरा भी मानसिक रूप से पूरी तरह ठीक नहीं है। इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय ने बताया कि दोनों युवकों को उनके स्वजन के सिपुर्द किया जाएगा।
ग्रामीणों ने घेरी टावर कर्मियों की कार
साढ़ थानाक्षेत्र के पतारी गांव में ग्रामीणों ने सोमवार रात एक कार संदिग्ध दिखने पर रोक ली। कार में तीन लोग थे। पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि वे एक टावर कंपनी के सुरक्षा कर्मी हैं। उनकी पहचान कुटिया रामपुर निवासी हरेकृष्ण, कानपुर के आजाद नगर निवासी जितेश, गोविंद नगर निवासी प्रमोद के रूप में हुई।
वे टावरों से बैटरी चोरी की घटनाएं रोकने के लिए रात में निगरानी करते हैं। इंस्पेक्टर अवनीश कुमार ने बताया कि पुलिस के तुरंत पहुंचने से कर्मियों से मारपीट नहीं हुई।
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