ट्रेनों की लेटलतीफी जारी, वंदे भारत समेत 32 ट्रेनें लेट, कानपुर में यात्रियों को घंटों करना पड़ा इंतजार
कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर 32 ट्रेनें देरी से पहुंचीं जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हुई। जनसाधारण एक्सप्रेस हादसे और वर्षा के कारण ट्रेनों की लेटलतीफी बढ़ गई है। यात्रियों को प्लेटफार्म और प्रतीक्षालय में घंटों इंतजार करना पड़ा। कुछ यात्रियों ने ऑनलाइन लोकेशन देखकर यात्रा की। स्टेशन निदेशक ने परिचालन में सुधार की बात कही है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। रेल यात्रियों को ट्रेनों की लेटलतीफी की वजह से परेशानी हो रही है।
सोमवार को कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। 32 ट्रेनें देरी से पहुंचीं।
नई दिल्ली वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस समेत 32 ट्रेनें सोमवार को सेंट्रल स्टेशन में देरी से आईं।। इससे यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा। स्वजन को भी परेशानी हुई। प्रतीक्षालय व प्लेटफार्मों पर ट्रेनों के इंतजार में भीड़ नजर आई।
पहले वर्षा व बिहार के मुजफ्फरपुर से अहमदाबाद के साबरमती जा रही जनसाधारण एक्सप्रेस के दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर भाऊपुर आउटर यार्ड के पास दुर्घटनाग्रस्त होने से बढ़ी ट्रेनों की लेटलतीफी फिर शुरू हो गई है। इससे यात्री व स्वजन कई बार तक चक्कर लगाकर ट्रेनें पकड़ रहे हैं। कुछ तो एप पर आनलाइन ट्रेन की लोकेशन देखकर ही घर से निकले।
प्रतीक्षालय में 10 रुपये प्रति घंटा देकर इंतजार करना पड़ा। नई दिल्ली दरभंगा विशेष छह घंटा, नई दिल्ली क्लोन स्पेशल ढाई घंटा, जम्मू तवी संबलपुर एक्सप्रेस छह घंटा, नई दिल्ली वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस 20 मिनट, बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस एक घंटा, छपरा-मथुरा एक्सप्रेस साढ़े तीन घंटा, बाबा बैद्यनाथ देवघर हमसफर एक्सप्रेस एक घंटा, रक्सौल विशेष ट्रेन साढ़े तीन घंटा, विक्रमशिला एक्सप्रेस, बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, गोड्डा साप्ताहिक एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें भी देरी से आईं।
सेंट्रल स्टेशन के निदेशक आशुतोष सिंह ने बताया कि ट्रेनों के परिचालन में सुधार हुआ है। दिल्ली-हावड़ा, लखनऊ वाया कानपुर सेंट्रल झांसी मुंबई, सेंट्रल से अनवरगंज के रूटों पर बेहतरी आई है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।