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    Kanpur News: जाजमऊ में जाम, सीवर लाइन ऊफनाई तो सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन

    By surjeet kumar tiwari Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Sun, 17 Aug 2025 04:23 PM (IST)

    कानपुर के जाजमऊ में ओमपुरवा बताशे वाली गली के निवासियों ने सीवर की समस्या से परेशान होकर मुख्य सड़क पर जाम लगा दिया जिससे यातायात बाधित हो गया। निवासियों का कहना है कि नगर निगम और पार्षद से शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी जिसके बाद उन्होंने विधायक से शिकायत करने की बात कही।

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    ओमपुरवा बताशे वाली गली में विरोध करते लोग। जागरण

    जागरण संवाददाता, कानपुर। जाजमऊ के ओमपुरवा स्थित बताशे वाली गली में कई माह से चोक पड़ी सीवर लाइन ओवरफ्लो है, जिससे गली में पर गंदा पानी भरा पड़ा है जो घरों तक पहुंच रहा है। इसमें फिसलन के कारण कई लोग चोटिल भी हो चुके हैं। बच्चों को स्कूल जाने में खासी परेशानी हो रही है लगातार शिकायतों के बाद भी हाल जस के तस बनें हैं।

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    इससे तंग आकर रविवार सुबह जमा हुए मुहल्ले के लोगों ने हंगामा करते हुए लालबंगला सड़क ( इमली के पेड़) पर के पास जाम लगा दिया। इससे दोनों लेन से वाहनों का आवागमन ठप हो गया। वाहनों की कतार लगने से राहगीर भी परेशान होने लगे। वहीं, हंगामे व बवाल की सूचना पर वहीं शिवगोदावरी चौकी पुलिस पहुंची। फिर विरोध कर रहे लोगों को समझाकर जाम खुलवाया।

    सीवर भराव के विरोध में हंगामा कर रहे मुहल्ले के शंकर गुप्ता, रामकरन, जयनारायन, अमित, सुनील कुमार, दुर्गेश, महेश चंद्र, ओमप्रकाश, मंजू देवी, शारदा देवी, विमला ने बताया कि उनकी गली में करीब एक साल से सीवर लाइन अक्सर चोक बनी रहती है। जिससे मुहल्ले की मुख्य सड़क पर गंदा पानी भरा रहता है। इस गंदगी से लोग में बीमार भी पड़ रहे हैं, चोक सीवर लाइन के गंदे कीड़े नाली के रास्ते उनके किचन तक पहुंच रहे हैं। फिसलन कारण लोगों गिरकर चोटिल हो रहे हैं।

    वहीं, बच्चों को स्कूल ले जाने में बहुत परेशानी होती है। कोई बीमार हो तो अस्पताल पहुंचाना बेहद कठिन हो जाता है। समस्या दूर करने को वह नगर निगम, जलकल और पार्षद जितेंद्र चौरसिया से से कई बार शिकायत कर चुके हैं। आरोप है कि पार्षद समस्या दूर नहीं कराना चाहते हैं। जलकल की गाड़ी आती है, लेकिन कर्मचारी ठीक से काम नहीं करते हैं, वह मोबाइल देखते हुए टामपास कर निकल जाते हैं। इसलिए मजबूर होकर उन्होंने अपनी बाद उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए यह रास्ता अपनाना पड़ा।

    वहीं, हंगामे के बाद मुहल्ले की एक दर्जन से अधिक महिलाएं विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के कार्यालय पर पहुंची। एक महिला देवी ने बताया कि किराया लगाकर पहुंची थीं। लेकिन, विधानसभा अध्यक्ष नहीं मिले। वहीं कहा गया कि अभी गाड़ी भिजवा रहे हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब सोमवार को फिर वहीं फिर शिकायत जाएगे। मामले में जितेंद्र चौरसिया का कहना है कि यह करीब चालीस साल पुरानी सीवर लाइन है, जिस पर क्षमता के अनुसार सीवेज को लोड भी अधिक है। मुहल्ले के दो सीवेज चैंबर पर ही समस्या है।

    रक्षाबंधन के एक दिन पहले जलकल से छोटी गाड़ी बुलवाई थी। लाइन न खुलने पर दूसरे दिन दिन बड़ी गाड़ी (जेटिंग मशीन) आई । लेकिन संकरी गली होने के कारण वह अंदर नहीं पहुंची। वह इस समस्या को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। पर, समस्या पर ध्यान न देने का आरोप गलत है। वह अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रहे हैं। वहीं, मामले में जलकल के अवर अभियंता प्रदीप मौर्या का कहना है, कि समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।