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    Kanpur News : अब नहीं खर्च करने पड़ेंगे 10-12 हजार रुपये, डेढ़ सौ रुपये में हो जाएगी पेट व आंतों की जांच

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Wed, 03 Aug 2022 12:57 PM (IST)

    Kanpur News Today अभी निजी पैथॉलाजी या सेंटर पर आंतों व पेट की जांच कराने में दस से बारह हजार रुपये लगते हैं लेकिन अब एलएलआर अस्पताल (हैलट) में मात्र डेढ़ सौ रुपये में जांच के साथ ही बीमारियों का अत्याधुनिक इलाज होगा।

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    जीएसवीएम मेडिकल कालेज अस्पताल में मिल रही सुविधा। प्रतीकात्मक चित

    कानपुर, जागरण संवाददाता। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के एलएलआर अस्पताल (हैलट) परिसर स्थित मेडिसिन विभाग में पेट, खाने की नली, छोटी और बड़ी आंत, आमाशय,  मार्ग और पैंक्रियाज से जुड़ी बीमारियों की जांच महज डेढ़ सौ रुपये में करा सकेंगे।

    इसके लिए दो एंडोस्कोपी और एक कोलोनोस्कोपी मशीन मंगाई गई है। निजी अस्पतालों में कोलोनोस्कोपी जांच के लिए पांच हजार रुपये और एंडोस्कोपी जांच के लिए 10-12 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं।

    एलएलआर अस्पताल की ओपीडी एवं इमरजेंसी में नगर समेत आसपास के 15-16 जिलों से पेट से जुड़ी बीमारियों के मरीज आते हैं। उनमें खाने की नली, पित्त की थैली में पथरी, आमाशय, छोटी आंत, बड़ी आंत में खराबी और पैंक्रियाज से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित होते हैं।

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    इन मरीजों की स्थिति जानने के लिए एंडोस्कोपी जांच और मार्ग मार्ग से लेकर बड़ी आंत से जुड़ी समस्या होने पर कोलोनोस्कोपी जांच की जाती है।

    तीन सुपर स्पेशलिस्ट की तैनाती : मेडिसिन विभाग में तीन सुपर स्पेशलिस्ट हैं। जिनमें एक स्थायी सुपर स्पेशलिस्ट डा. विनय सचान हैं, जबकि बांड के तहत डा. एशाक हसन डार व संविदा पर डा. पवन कुमार आए हैं।

    ये होगी सूहलियत : बड़ी आंत की शुरुआत के 5-6 फीट तक के हिस्से में पहुंचना मुश्किल होता है। एंडोस्कोपी अल्ट्रासाउंड मशीन से उस हिस्से से लेकर पैंक्रियाज की जांच की जाएगी। साथ ही एंडोस्कोपिक रेट्रोग्रेड चोलंगियोपैंक्रेटोग्राफी (ईआरसीपी) मशीन की मदद से पित्त की थैली से पथरी निकाली जाती है। साथ ही लिवर, पित्त की थैली और पैंक्रियाज की नलिकाओं की जांच भी की जाती है।

    -पेट, आंत और पैंक्रियाज से जुड़ी बीमारियों की जांच और इलाज की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं। विभाग में तीन सुपर स्पेशलिस्ट भी आ गए हैं। सप्ताह में छह दिन ओपीडी चलती है। -प्रो. रिचा गिरि, विभागाध्यक्ष मेडिसिन व उप प्राचार्य जीएसवीएम मेडिकल कालेज।