“भाई PMO में हैं...” कहकर फंसाया जाल में, मेडिकल एडमिशन के नाम पर 27 लाख की हाई-प्रोफाइल ठगी!
कानपुर में एक डॉक्टर पर राज्यपाल का करीबी बताकर एक व्यक्ति से 27 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगा है। पीड़ित का कहना है कि डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर 51 लाख रुपये लिए थे। कुछ पैसे वापस करने के बाद बाकी रकम मांगने पर डॉक्टर ने धमकाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। खुद को राज्यपाल का करीबी बताकर बलरामपुर में तैनात डाक्टर ने 27 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित का आरोप है कि राज्यपाल कोटे से उनके बच्चे को मेडिकल कालेज में दाखिला दिलाने के नाम पर 51 लाख रुपये हड़पे।
दबाव बनाने पर 24 लाख रुपये लौट दिए, लेकिन बाकी रकम मांगने पर ऊंची रसूख का हवाला देकर धमकाना शुरू कर दिया। इस पर पीड़ित ने आरोपित डाक्टर के खिलाफ बर्रा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बर्रा थानाक्षेत्र के डब्ल्यू टू जूही कला हेमेंत सिंह के मुताबिक 25 जुलाई 2022 में उनकी मुलाकात लखनऊ के गोमती नगर स्थित बेतवा अपार्टमेंट निवासी डा. देवेंद्र सिंह से हुई थी। डा. देवेंद्र ने बताया कि उनके भाई पीएमओ कार्यालय में कार्यरत हैं।
उनकी प्रदेश सचिवालय और राज्यपाल से भी अच्छी जान पहचान हैं, जिससे वह उनके झांसे में आ गए। इसके बाद डाक्टर ने उनके बच्चे को राज्यपाल कोटे से सरकारी मेडिकल कालेज में दाखिला दिलाने के नाम पर दो अगस्त से 26 अगस्त 2022 के बीच 50 लाख 80 हजार रुपये लिए।
इसमें 14 लाख रुपये डाक्टर ने खुद लिए और बाकी रकम अपने दोस्त लखनऊ में रहने वाले अमन श्रीवास्तव के एक्सिस बैंक के खाते में आरटीजीएस के माध्याम से डलवाए गए। यह भी भरोसा दिलाया कि अगर किसी कारणवश दाखिला नहीं हो सका तो दो प्रतिशत ब्याज के साथ रकम वापस कर दी जाएगी।
उनके बच्चे का दाखिला तो हुआ नहीं और रुपये वापस मांगने पर डाक्टर ने टालमटोल करने के साथ ही अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया। फोन पर लगातार संपर्क के बाद भी आरोपित डाक्टर से कोई सही जवाब नहीं मिला तो वह बलरामपुर पहुंच गए। उनके रुपये लौटाने की विनती करने के बाद आरोपित डाक्टर ने 28 जून 2023 को 24 लाख रुपये लौटा दिए।
बाकी रकम जल्द देने का वादा करके उन्हें चलता कर दिया। इसके बाद उन्होंने फिर संपर्क करने की कोशिश की तो उनका नंबर ब्लाक लिस्ट में डाल दिया। इस पर वह लखनऊ स्थित उनके आवास पर पहुंच गए, जहां उन्होंने गार्ड को भेजकर मिलने से इन्कार कर दिया।
अंजान नंबर से काल करके डाक्टर से बाकी रुपये लौटाने को कहा तो अपनी ऊंची रसूख का हवाला देकर धमकाया। कहा, अगर फिर रुपयों की मांग की तो जान मरवा देंगे। इतना ही नहीं झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भिजवाने की भी धमकी दी। इससे वह दहशत में है।
बर्रा थानाप्रभारी नीरज ओझा ने पुलिस आयुक्त के निर्देश पर आरोपित डा. देवेंद्र सिंह और उसके साथी अमन श्रीवास्तव के खिलाफ धोखाधड़ी करने व धमकाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के बाद आरोपितों पर कार्रवाई की जाएगी।
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