PET परीक्षा के लिए आए अभ्यर्थियों की संख्या बढ़ी, लखनऊ 25 और कानपुर भेजी गईं आठ बसें
फर्रुखाबाद में पीईटी परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों को पहुंचाने के लिए 25 बसें लखनऊ और 8 बसें कानपुर भेजी गईं। ट्रेनों में यात्रियों की भारी भीड़ और धक्का-मुक्की रही। परीक्षा छूटने पर निजी वाहनों के कारण कई जगह जाम लग गया। डिपो की आय बढ़कर 18 लाख से अधिक हो गई। स्टेशन पर ट्रेनों में देरी भी हुई।

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। पीईटी अभ्यर्थियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए दूसरे दिन रविवार को शाम तक स्थानीय डिपो की 25 बसें लखनऊ व आठ बसें कानपुर भेजी गईं। फतेहगढ़ - मथुरा छावनी स्पेशल ट्रेन व फर्रुखाबाद-छपरा उत्सर्ग एक्सप्रेस में भी यात्रियों की संख्या खासी रही।
बोगी में प्रवेश को लेकर धक्कामुक्की होती रही। वहीं परीक्षा छूटने के बाद अभ्यर्थियों के निजी वाहन एक साथ सड़क पर आ गए, जिससे जगह-जगह जाम लगा रहा। इस कारण राहगीरों को आने-जाने में कठिनाई हुई।
पीईटी परीक्षा के दूसरे व अंतिम दिन बाहरी डिपो की बसें परीक्षार्थियों को लेकर यहां आई थीं, लेकिन परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ने पर शाम तक स्थानीय डिपो की 25 बसें लखनऊ व आठ बसें कानपुर रवाना की गईं। डिपो के संचालन प्रभारी गौरीशंकर ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में बसें उपलब्ध करा दी गई थीं। जनपद के अभ्यर्थी बुलंदशहर परीक्षा देने गए थे।
इस कारण दिल्ली के लिए करीब 40 बसें भेजी गई
इस कारण दिल्ली के लिए करीब 40 बसें भेजी गई हैं। उन्हीं बसों से अभ्यर्थी वापस आएंगे। दिल्ली से फर्रुखाबाद आने वाली अन्य डिपो की बसों से भी अभ्यर्थी आ रहे हैं। अभ्यर्थियों की वजह से डिपो की आय बढ़कर 18 लाख से अधिक पहुंच गई।
शाम की पाली की परीक्षा के लिए दोपहर को छपरा-फर्रुखाबाद उत्सर्ग एक्सप्रेस से अच्छी तादाद में अभ्यर्थी आए थे, इस कारण ट्रेन भरकर आई। दोपहर को भी इस ट्रेन से यात्री वापस कानपुर व लखनऊ की ओर गए।
स्पेशल ट्रेन में भी यात्रियों की भारी तादाद
वहींं फतेहगढ़ - मथुरा छावनी स्पेशल ट्रेन में भी यात्रियों की संख्या काफी रही। ट्रेन के प्लेटफार्म नंबर एक पर रुकते ही एक साथ अभ्यर्थी व यात्री सीट घेरने के चक्कर में प्रवेश करने लगे, जिससे धक्कामुक्की हाेने लगी। पुलिस कर्मी उन्हें धक्कामुक्की न करने के लिए समझाते रहे। स्टेशन अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि दोपहर को यहां आने वाली लखनऊ - कासगंज पैसेंजर को 30 मिनट विलंब से 12:30 बजे यहां से रवाना किया गया।
शाम को जाने वाली कासगंज - लखनऊ पैसेंजर भी 30 मिनट विलंब से 5:55 बजे यहां से रवाना की गई। वहींं परीक्षा परीक्षा केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों के निजी वाहन खड़े होने से समस्या आई। परीक्षा समाप्त होने पर दोपहर व शाम को वाहन एक साथ सड़क पर आए तो जगह-जगह जाम की स्थिति बन गई।
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