By Jagran NewsEdited By: Sakshi Gupta Updated: Mon, 02 Jun 2025 10:01 AM (IST)
कानपुर में अधिवक्ता दीनू उपाध्याय समेत 12 लोगों पर रंगदारी का मुकदमा दर्ज हुआ है। अभिषेक मिश्रा ने आरोप लगाया कि उनसे कमीशन के नाम पर पैसे वसूले गए और ...और पढ़ें
जागरण संवाददाता, कानपुर। पिंटू सेंगर हत्याकांड में जेल गए अधिवक्ता दीनू उपाध्याय की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। डीसीपी सेंट्रल के आदेश पर सीसामऊ थाने में अधिवक्ता दीनू उपाध्याय और नीरज दूबे समेत 12 लोगों के खिलाफ कमीशन के नाम पर रंगदारी वसूली के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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पी रोड गांधी नगर निवासी अभिषेक मिश्रा के मुताबिक उन्होंने पुश्तैनी मकान का सौदा हरबंश मोहाल के लोकमन मोहाल निवासी अजय गुप्ता और पंकज गुप्ता से किया था। 15 अक्टूबर 2024 को रजिस्टर्ड एग्रीमेंट करके वह कचहरी से निकले तो रवि पांडेय मिल गए।
उन्होंने मकान बेचने की बात पूछी तो उन्होंने बताया कि एग्रीमेंट हो गया है। इस पर रवि पांडेय ने शाम को घर आने की बात कही। शाम को रवि, अतुल अग्निहोत्री, जनार्दन पांडेय और रामचन्दर को साथ लेकर उनके घर पर आ धमका और मकान बिकवाने के लिए दस लाख रुपये कमीशन मांगा।
इंकार पर रवि पांडेय ने गाली गलौज की। धमकी देते हुए कहा कि कचहरी चलो वहीं नीरज दुबे के सामने बात होगी। पेश से अधिवक्ता नीरज दुबे की दबंगई से वह डर गए। उन्होंने अजय गुप्ता के कहने पर छह लाख रुपये देकर मामला रफादफा करने की कोशिश की। काफी जद्दोजहद के बाद सभी राजी हो गए। इस पर दो लाख रुपये मौके पर दे दिए। बाकी चार लाख 21 अक्टूबर को घर पर बुलाकर दिए।
इसके बाद भी आरोपित उन्हें दबाव डालकर कचहरी ले गए, जहां नीरज दुबे के चेंबर में ले जाकर लिखापढी करने को कहा। उनके इंकार पर रवि पांडेय ने अधिवक्ता दीनू उपाध्याय को बुलाया लिया। दीनू के धमकाने पर अजय गुप्ता से एक दस रुपये के स्टांप रवि पाण्डेय के साथ छह लाख की कमीशन देने की लिखापढ़ी हो गई।
इकरारनामे में नीरज दुबे खुद भी शामिल था। अब यह लोग रामचन्दर को आगे करके एससीएसटी एक्ट के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर दस लाख रुपये की और मांग कर रहे हैं। सीसामऊ थाना प्रभारी हिमांशु चौधरी ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
मकान बेचना है तो 25 लाख दो वरना, परिवार को जिंदा जला दूंगा
सीसामऊ थाना क्षेत्र में अधिवक्ता ने इलाके के दबंग और उसके परिवार पर जबरन मकान पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि मकान बेचने के लिए आरोपित ने 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगीं। इन्कार पर परिवार को जिंदा जलाकर मारने की धमकी दी।
पी रोड गांधी नगर निवासी अधिवक्ता अम्बरीश मिश्रा के मुताबिक उनके मकान के पिछले हिस्से में सुरेश प्रसाद श्रीवास्तव 38 साल से किराए पर रह रहे थे। वर्ष 2007 में उनकी मृत्यु के उनका परिवार मकान खाली करके चला गया। पुश्तैनी संपत्ति के चलते मकान में उनके दो चाचा का भी हिस्सा था। इसलिए बंटवारे की जगह सभी ने मकान बेचने का फैसला किया।
इस बात की भनक इलाके में रहने वाले दबंग राजकुमार कुशवाहा उर्फ बबुआ काछी को हो गई। उसने योगेश श्रीवास्तव से कोई लिखा पढ़ी करके किराएदारी वाले हिस्से में ताला डालकर कब्जा कर लिया, जिसे हरबंश मोहाल के लोकमन मोहाल निवासी पकंज गुप्ता को किराएदारी का हिस्सा बेच दिया था। 20 अप्रैल 2025 को पंकज गुप्ता के साथ वह मकान की पैमाइश करवा रहे थे।
इसी दौरान आरोपित राजकुमार कुशवाहा, उसकी पत्नी और चारों बच्चे मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लाठी-डंडों और अवैध हथियारों से हमला करके मारपीट की। चाबियों का गुच्छा भी छीन लिया। धमकी दी कि अगर मकान बेचना चाहते हो तो 25 लाख रुपये दे दो वरना पूरे परिवार को जिंदा जलाकर मार दूंगा।
इससे वह और उनका परिवार दहशत में आ गया। खुद की और परिवार की जान बचाने के लिए पांच-पांच लाख की तीन चेकें भी आरोपित को थमा दी। बताया कि अपराध की दम पर आरोपित और उसके परिवार से इलाके में भय कायम कर रखा है। इसके चलते वह किसी भी मकान के खरीदने और बेचने पर लोगों से जबरन वसूली करते हैं। सीसामऊ थाना प्रभारी हिमांशु चौधरी ने बताया कि डीसीपी सेंट्रल के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के बाद आरोपितों पर कार्रवाई की जाएगी।
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