Birth Certificate Verification: कहीं इन लोगों के जन्म प्रमाण पत्र तो नहीं बन रहे? चेक करने आ रही है स्पेशल टीम
कानपुर नगर निगम रोहिंग्याओं के जन्म प्रमाण पत्रों की जाँच कर रहा है। महापौर प्रमिला पांडेय ने सभी प्रमाण पत्रों को रजिस्टर में दर्ज करने और मौके पर सत्यापन करने का आदेश दिया है। यह निर्णय 27 जून को स्वास्थ्य विभाग में छापे के बाद लिया गया जहाँ कई संदिग्ध नाम पाए गए थे। महापौर ने फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। नगर निगम में रोहिंग्यों के कहीं जन्म प्रमाण पत्र तो नहीं बन रहे है इसको लेकर नगर निगम अब एक-एक जन्म प्रमाण पत्र को रजिस्टर में चढ़ाने के साथ ही मौके पर जाकर जांच भी करेगा। इसकी रिपोर्ट तैयार करेगा।
इस मामले में महापौर प्रमिला पांडेय ने अपर नगर आयुक्त प्रथम को आदेश दिए है कि एक-एक जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनने वाले फार्मों का मौके पर सत्यापन कराया जाए। इसकी रिपोर्ट भी लगाए।
महापौर प्रमिला पांडेय ने 27 जून को स्वास्थ्य विभाग के जोन चार में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनने वाले कार्यालय में शाम को अचानक छापामारा था। इस दौरान दर्जनों जन्म-मृत्य प्रमाण पत्र के कागज रखे मिले थे और लोग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए चक्कर लगा रहे थे।
इस पर महापौर ने आउटसोर्सिंग के तैनात तीन कर्मचारियों को हटाने के आदेश दिए थे। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के रजिस्टरों को भी देखा था। निरीक्षण में कई नाम संदिग्ध प्रतीत हो रहे थे। इस बाबत महापौर द्वारा अपर नगर आयुक्त प्रथम मोहम्मद आवेश को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि देश के कई जगह रोहिंग्यां के जन्म प्रमाण पत्र स्थानीय निकायों से बन गए है।
इसको देखते हुए सभी फार्मों को रजिस्टर में अंकित कराए जाने की व्यवस्था केसाथ ही फार्मों की जांच करायी जाए। रोहिंग्यों के फर्जी प्रमाण पत्र तो नहीं है। इसकी रिपोर्ट भी तलब की है।
महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि अगर फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में कर्मचारी पकड़ा गया तो बर्खास्त के साथ ही रिपोर्ट दर्ज करायी जाए। साथ ही शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
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