रफ्तार 90KM प्रति घंटा, यूपी के किस शहर को मिली नई मेट्रो ट्रेन की सौगात?
कानपुर मेट्रो के दूसरे कॉरिडोर के लिए पहली ट्रेन सीएसए परिसर स्थित डिपो में उतारी गई। इस कॉरिडोर में 10 ट्रेनें चलेंगी। यह ट्रेन ऊर्जा संरक्षण और आधुनिक तकनीक से लैस है, जिसमें 974 यात्रियों की क्षमता है। जल्द ही इसके परिचालन संबंधी परीक्षण किए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, कानपुर। सीएसए से नौबस्ता आठ तक मेट्रो के दूसरे कारिडोर में चलने के लिए गुरुवार को पहली ट्रेन शहर में आई। तीन कोच वाली इस ट्रेन को रावतपुर स्थित कारिडोर दो के डिपो में उतारा गया। इस कारिडोर में 10 ट्रेन चलेंगी वहीं पहले कारिडोर के लिए सभी 29 ट्रेनें पालीटेक्निक स्थित डिपो में आ चुकी हैं।
गुजरात के सावली प्लांट में बनाई गई मेट्रो की पहली ट्रेन गुरुवार को कारिडोर दो के डिपो में पहुंची। इसे निर्माणाधीन डिपो में उतारा गया। लगभग 40 टन वजनी तीन कोच को विशेष क्रेनों से ट्रैक पर उतारा गया।
ट्रेन में रीजेनरेटिव ब्रेकिंग तकनीक से ऊर्जा संरक्षण की दक्षता के साथ-साथ, वायु-प्रदूषण को कम करने के लिए अत्याधुनिक प्रापल्शन सिस्टम भी मौजूद है। इन ट्रेनों में कार्बन-डाई-आक्साइड सेंसर आधारित एयर कंडीशनिंग सिस्टम है, जो ट्रेन में मौजूद यात्रियों की संख्या के हिसाब से काम करता है, जिससे ऊर्जा की बचत होती है।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार के मुताबिक तीन कोच की इन ट्रेनों की यात्री क्षमता 974 यात्रियों की है। इनकी रफ्तार 90 किलोमीटर प्रति घंटा तक जा सकती है लेकिन इन्हें 80 किलोमीटर की रफ्तार से चलाया जाता है।
यात्री आपात स्थिति में ट्रेन के अंदर लगे पैसेंजर इमरजेंसी इंटरकाम या पैनिक बटन का उपयोग कर ट्रेन आपरेटर से बात कर सकता है। यात्री की लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज सीधे ट्रेन आपरेटर को अपने मानीटर पर दिखाई देगी। जल्द ही ट्रेन के साथ डिपो में परिचालन संबंधी परीक्षण किए जाएंगे। ट्रेन के परीक्षण के लिए डिपो में 33 केवी आग्जिलरी-कम-ट्रैक्शन सब-स्टेशन तैयार है। सिग्नलिंग का कार्य शुरू हो गया है।

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