Kanpur News: रोमांच के साथ मस्ती का सफर, यादें संजोई, बस एक ही बात-मजा आ गया
कानपुर में भूमिगत मेट्रो शुरू होने पर लोगों में भारी उत्साह था। बच्चे बूढ़े और महिलाएं मेट्रो की सवारी के लिए उमड़ पड़े। यात्रियों ने स्टेशनों की सुंदरता की सराहना की और अनुभव को सोशल मीडिया पर साझा किया। सांसद और विधायक ने भी मेट्रो से यात्रा की और इसे यातायात समस्या का समाधान बताया।

जागरण संवाददाता, कानपुर। शनिवार को कनपुरियों में भूमिगत स्टेशनों में मेट्रो से सफर का क्रेज सर चढ़कर बोलता दिखा।बूढ़े, बच्चे, युवतियां, महिलाएं सभी भूमिगत स्टेशनों में मेट्रो का सफर करने की मंशा से पास वाले स्टेशनों पर पहुंच गए। जाना कहीं नहीं, सिर्फ मेट्रो की सवारी की इच्छा। टिकट लिया और सवार हो गए मेट्रो में।
रोमांच के साथ मस्ती का सफर कर मोबाइल में यादें कैद करते रहें। सफर पूरा होने के बाद स्टेशनों पर जमकर सेल्फी लेते हुए हर चेहरे पर मुस्कान दिखी। बाहर निकले और हर जुबां पर एक ही बात वाह, सफर में मजा आ गया। इसके बाद समय मिलते ही मेट्रो से सफर करने की यादें दोस्तों, रिश्तेदारों और इंटरनेट मीडिया पर जारी कर भोकाल टाइट करते दिखे।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सीएसए से हरी झंडी दिखाकर नयागंज स्टेशन से चुन्नीगंज तक मेट्रो को रवाना किया था। शनिवार से आम लोगों को सुबह छह से रात 10 बजे तक आइआइटी से सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो की सुविधा मिलने लगी।
चुन्नीगंज से सेंट्रल स्टेशन तक पांच स्टेशन भूमिगत हैं। सुबह होते ही सुबह की सैर करने निकले लोग भी पास के मेट्रो स्टेशनों पर पहुंचे और सफर के लिए सवार हो गए। कोई बरमूडा व टी शर्ट पहने था तो कोई लोअर और टी शर्ट। सुबह छह बजे से ही विभिन्न स्टेशनों पर टिकट के लिए लाइन लगने लगी थीं।
खुद ही टिकट निकालने के लिए लगी मशीनों से लोग अपने सफर के लिए टिकटें निकाल रहे थे। कोई नकद रुपये डालकर तो कुछ कार्ड से भुगतान कर रहे थे। मशीनों के पास मदद के लिए मेट्रो के एक प्रतिनिधि खड़े थे। कनपुरिया तेवर भी दिख रहे थे।
नयागंज स्टेशन पर सुनीता अपने बच्चे और पति के साथ पहुंची। स्टेशन कंट्रोल रूम पहुंची और बोली-टिकट कहां मिलेगी और गाड़ी कहां खड़ी है, जल्दी बताओ...बात-बात में छूट न जाए। सुबह घर का काम धंधा छोड़कर आए हैं। पहले मेट्रो में बैठेंगे।
सुरंग से कैसी निकलती है बस यही देखना है। मेट्रो के अधिकारियों ने गुलाब के फूल और कुकीज देकर यात्रियों का स्वागत किया। यात्रियों के लिए मेट्रो की सुरंग में पहली यात्रा का यह अनुभव नया होने के साथ-साथ काफी रोमांचकारी भी था। सुबह छह बजे के पहले ही लोग पहला यात्री बनने के लिए मेट्रो स्टेशन पहुंचने लगे थे।
जैसे-जैसे दिन बीता मेट्रो की अन्य खूबियां भी लोगों के सामने आने लगीं। दोपहर में बाहर झुलसाने वाली गर्मी से लोग जब स्टेशन के अंदर दाखिल हुए तो वह बस एक ही बात सफर कर मजा आ गया। स्टेशनों की खूबसूरती देख लोग निहारते ही रह गए। परिजनों और मित्रों संग यात्रियों ने खूब सेल्फी ली।
सांसद व विधायक ने भी की यात्रा
कानपुर मेट्रो के यात्री सेवा विस्तार के पहले दिन सांसद रमेश अवस्थी और विधायक सुरेंद्र मैथानी ने चुन्नीगंज स्टेशन से कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो से यात्रा की। सांसद ने कहा कि मेट्रो यातायात जाम की समस्या से निपटने का सबसे कारगार उपाय है।
आइआइटी से सेंट्रल स्टेशन तक तक की यात्रा अब मेट्रो की वजह से आधे घंटे से भी कम समय में तय हो रही है। मेट्रो स्टेशनों में कानपुर की संस्कृति और विरासत की झलक दिखती है। आइआइटी से सेंट्रल स्टेशन तक मेट्रो का चलना सही मायने में एक सपने के सच होने जैसा है। सांसद के साथ उत्तर जिलाध्यक्ष अनिल दीक्षित, प्रमोद त्रिपाठी, सुरेश अवस्थी, आकाश शुक्ला ने भी यात्रा की।
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