'साहब! सुनवाई नहीं हो रही, हमें मर जाने दीजिए...', कानपुर में DM के सामने छिड़का पेट्रोल; मच गया हड़कंप
कानपुर में एक नाली विवाद को लेकर एक युवक ने जिलाधिकारी के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की। यह घटना कानपुर के डीएम कार्यालय पर हुई, जहां युवक अपनी समस्य ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। नाली के विवाद में पड़ोसी के अपमानित करने और पुलिस की उपेक्षा से आहत युवक ने ऐसा कदम उठाया कि अफरातफरी मच गई।
हुआ यूं कि नर्वल तहसील में संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान डीएम के सामने करबिगवां निवासी रणजीत ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया और रोते हुए 'डीएम साहब! हमारी कोई सुन नहीं रहा है, अब हमें मर जाने दीजिए' कहकर दर्द बयां किया।
पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़कर बोतल छीन ली। डीएम के निर्देश पर एसडीएम नर्वल व एसीपी चकेरी ने मौके पर जांच की। दोनों पक्षों के बीच आपसी समझौता हो गया। वहीं, पीड़ित युवक ने बताया कि 'मदारी' फिल्म देखकर अधिकारियों तक बात पहुंचाने के लिए यह योजना बनाई, हालांकि उसने यह भी माना कि यह गलत था।
करबिगवां निवासी रणजीत ने डीएम जितेन्द्र प्रताप सिंह को बताया कि भाई राकेश के घर के बाहर की नाली दूसरे पक्ष के सत्येंद्र सिंह ने बंद करा दी और घर में पानी भर रहा है। कच्चा घर होने से गिरने की आशंका है। उसने विधवा मां 65 वर्षीय रानी और उसे अपमानित किया। 14 दिसंबर को शिकायत के बाद भी नर्वल पुलिस ने सुनवाई नहीं की।
वो न्याय पाने के लिए अपनी बुजुर्ग मां के साथ थाना नर्वल, तहसील व जिलाधिकारी कार्यालय भी गया। मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की लेकिन रसूखदारों के आगे उसकी नहीं सुनी गई। डीएम ने मां-बेटे की शिकायत सुनकर एसडीएम नर्वल विवेक मिश्रा व एसीपी चकेरी अभिषेक पांडेय को मौके पर भेजा।
अधिकारियों ने जांच कर दोनों पक्षों से बातचीत की। एसीपी चकेरी अभिषेक पांडेय ने बताया कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया। राकेश पक्की नाली बनवाकर पटिया रखवाएंगे जबकि सत्येंद्र रास्ता छोड़कर निर्माण कराएंगे।
एसीपी ने बताया कि वर्ष 2017 में रणजीत के खिलाफ नर्वल थाने में मादक पदार्थ अधिनियम में मुकदमा भी दर्ज हुआ था। शनिवार देर शाम पीड़ित रणजीत का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ जिसमें वह अपने कृत्य को गलत बता कह रहा है कि अधिकारियों ने समस्या समाधान करा दिया है। कार्रवाई से संतुष्ट हूं।
नमक फैक्ट्री से बढ़ रहा प्रदूषण
ककराली निवासी रवींद्र सिंह ने बताया कि गांव में नमक फैक्ट्री से प्रदूषण फैल रहा है। वहीं, गांव के अमृत सरोवर में अवैध तरीके से मछली पालन किया जा रहा है।
डीएम ने क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। टीकरकान निवासी श्यामू तिवारी ने रामादेवी से नर्वल-कुड़नी तक रोडवेज बस संचालन की मांग की।
नर्वल स्थित बद्री प्रसाद इंटर कालेज के प्रबंधक डीपी कुशवाहा ने विद्यालय के सामने अतिक्रमण से जलभराव व कीचड़ की समस्या बताई। महाराजपुर के आशुतोष पांडेय ने बताया कि एक दिसंबर को तहसील में ईडब्लूएस प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया था लेकिन आजतक नहीं बन पाया। इससे वह होमगार्ड की भर्ती में फार्म भरने से वंचित रह गया।

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