कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर ढाई साल में वाहन भरेंगे फर्राटा, सितंबर में शुरू हो जाएगा निर्माण
कानपुर से लखनऊ के बीच बनने वाले ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेसवे का सितंबर 2022 से निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। एनएचएआइ ने कार्यदायी संस्था से अनुबंध कर लिया और निर्माण की तैयारी तेजी पर है। ढाई साल में एक्सप्रेस वे बनकर तैयार होने की उम्मीद है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। दो साल बस और इंतजार कीजिए। कानपुर से लखनऊ के लिए बीच ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बन कर तैयार हो जाएगा, जिससे जाम की झंझट से छुटकारा मिल जाएगा। वाहन से फर्राटा भरते हुए महज 50 मिनट में कानपुर से लखनऊ पहुंच जाएंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने कार्यदायी संस्था से अनुबंध कर लिया है। सितंबर से काम शुरू करने के लिए कार्यदायी संस्थान ने तैयारी शुरू कर दी है।
कानपुर-लखनऊ के बीच ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे की घोषणा केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने की थी। 63 किमी के लंबे एक्सप्रेस-वे के 4100 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट का शिलान्यास लखनऊ आकर नितिन गडकरी कर गए थे। एनएचएआइ ने उस समय प्रक्रिया शुरू की, लेकिन कोरोना महामारी एवं चुनाव आचार संहिता की वजह से प्रक्रिया अटक गई। इसके लिए किसानों से जमीनों का अधिग्रहण का कार्य पूरा हो गया है। किसानों को मुआवजा भी दिया जा चुका है। टेंडर आदि की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है।
18 किमी एलिवेटेड होगा एक्सप्रेस-वे : एक्सप्रेस-वे का 63 किमी का रूट छह लेन का होगा। इस रूट में 18 किमी एलिवेटेड होगा, जबकि 45 किमी का हिस्सा ग्रीनफील्ड होगा। यह एक्सप्रेस-वे शहीद पथ के निकट एनएच-27 के जंक्शन से शुरू होकर बनी, कांथा और अमरसास को जोड़ने वाले रूट से कनेक्ट होगा। शहीद पथ से कानपुर जाने वाले यात्री एलिवेटेड रूट पर चढ़ जाएंगे और फिर 18 किमी एलिवेटेड रूट पर सफर करते हुए ग्रीन फील्ड पर उतरेंगे।
60 प्रतिशत धनराशि का लोन से इंतजाम : एनएचएआइ इस प्रोजेक्ट में 40 प्रतिशत अंशदान देगा। वहीं, 60 प्रतिशत धनराशि का इंतजाम कार्यदायी संस्था को लोन से करना है। कार्यदायी संस्था ने लोन की प्रकिया शुरू कर दी है। प्रोजेक्ट में लगाई गई लोन की राशि को कार्यदायी संस्था 15 साल में छमाही किस्तों में चुकाएगी।
-नया कानपुर-लखनऊ एक्सप्रसे-वे ट्रांस गंगा तक बनाया जा रहा है। छह लेन के इस एक्सप्रेस-वे का कार्य कानपुर और लखनऊ दोनों छोर से एक साथ शुरू होगा। कार्यदायी संस्था सितंबर तक सभी औपचारिकताएं पूरी कर निर्माण कार्य शुरू कर देगी। कार्य स्थल पर मशीनें और स्टाफ काे पहुंचने की तैयारी शुरू कर दी गई है। एक्सप्रेस-वे का कार्य मार्च 2025 तक पूरा हो जाएगा। -एनएन गिरि, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ, लखनऊ।
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एक नजर
4100 करोड़ रुपये का है प्रोजेक्ट।
63 किलोमीटर होगा लंबा।
18 किलोमीटर होगा एलिवेटेड।
45 किलोमीटर होगा ग्रीनफिल्ड।
2 वर्ष छह माह में पूरा होगा प्रोजेक्ट।
मार्च 2025 में पूरा होगा कार्य
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