Krishna Janmashtami: कानपुर के वो कृष्ण मंदिर...जहां भगवान की लीला देखने को जुटती लाखों की भीड़
Kanpur Krishna Janmashtami कानपुर के मंदिरों में जन्माष्टमी की धूम है। कौशलपुरी के सनातन धर्म मंदिर में स्वचालित झांकियों से भगवान की लीला का दर्शन होगा जिसमें आतंकी ठिकानों को नष्ट करने की झांकी भी शामिल है। जेके मंदिर में चारों धामों के दर्शन होंगे और इस्कॉन मंदिर में विदेशी फूलों से भगवान का शृंगार होगा। मंदिरों में कृष्ण जन्म की झांकियां सजेंगी और भक्त उत्सव मनाएंगे।

जागरण संवाददाता, कानपुर। जन्म के समय ही कंस की जेल की बेड़ियों तोड़ने वाले नंदलाल आज पधार रहे हैं। हर तरफ भक्तिमय माहौल और प्रभु के स्वागत के लिए झांकियों व शृ्ंगार का सामान की खरीद करते भक्तों से बाजार भरा पड़ा है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर तीन दिन प्रमुख मंदिरों में भक्ति की ऐसी बयार बहेगी कि लोगों का तन-मन झूम उठेगा।
घर-घर नंदलाल जन्म लेंगे और बधाई गीत गाए जाएंगे। विदेशी फूलों से भगवान का शृंगार होगा और एक ही स्थान पर चारों धाम के दर्शन का मौका मिलेगा। ऐसे में शहर के प्रमुख मंदिरों में भगवान की अद्भुत लीलाएं देखने को मिलेंगी। इसे देखने के लिए हजारों-लाखों की संख्या में लोग पहुंचते हैं।
कानपुर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। मंदिरों और घरों में भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। जगह-जगह झांकियां, भजन-कीर्तन और सजावट से शहर का माहौल भक्तिमय हो गया है। जेके मंदिर, इस्कान मंदिर और द्वारिकाधीश मंदिर समेत प्रमुख मंदिरों को केशव के जन्म के लिए सजाया जा रहा है। साथ ही भक्तों के लिए भी खास तैयारी की जा रही है।
स्वचालित झांकियों से लीला दर्शन
सनातन धर्म मंदिर कौशलपुरी में 16 अगस्त से 20 अगस्त तक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर स्वचालित झांकियों से भगवान की लीला लोग देख सकेंगे। मक्खन चुराते, रासलीला रचाते, कालिया नाग के फन पर सवार, कंस का उद्धार करते जैसी झांकियां सजाई जाएंगी। यह झांकियां मंदिर में वर्ष 1960 से हर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर सजाई जाती हैं। एक सामयिक झांकी सजाई जाती है। इस बार पहलगाम हमले के बाद भारत के पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में नभ में मिसाइलें व ड्रोन के माध्यम से आतंकी ठिकानों को नष्ट करने की झांकी सजाई जाएगी। सनातन धर्म सभा के प्रधानमंत्री कुंज बिहारी ने बताया कि 16 अगस्त को सुबह 9:30 बजे स्वचालित झांकियों का उद्घान होगा। रात 11 बजे प्रवचन और संकीर्तन होगा। दीप प्रज्जवलन और श्रीकृष्ण के जन्म के साथ पट अनावरण रात 12 बजे होगा। लोग स्वचालित झांकियां 16 को रात 12 बजे तक और 17 से 20 अगस्त तक शाम 6:30 से रात 10:30 बजे तक देख सकेंगे।
एक ही स्थान पर चार धाम के दर्शन
जेके मंदिर में इस बार एक गुफा बनाई जाएगी। इसमें बद्रीनाथ, द्वारका, सोमनाथ और रामेश्वरम चारों धाम के दर्शन किए जाएंगे। गुफा में इन चारों धाम का हूबहू नजारा मिलेगा। जेके मंदिर में 12 अगस्त से भगवान श्रीकृष्ण की छठी 21 अगस्त तक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जाएगा। 31 अगस्त तक मेला भी लगेगा। मंदिर प्रबंधक पंकज मिश्र ने बताया कि जेके मंदिर में आजादी के जश्न से सजे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाने की शुरुआत 15 अगस्त से शाम चार बजे से होगी। सबसे पहले वेदपाठ होगा। हर दिन भगवान का शृंगार होगा। श्रीकृष्ण लीला का मंचन होगा। प्रसाद वितरण और अन्नदान किया जाएगा।
विदेश से मंगाए फूलों से होगा शृंगार
इस्कान मंदिर में 15,16 और 17 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जाएगा। भगवान के शृंगार के लिए पुणे ,बेंगलुरु, गोवा, थाईलैंड, सिंगापुर से फूल मंगाए गए हैं। मंदिर जगमग रोशनी से जगमगाएगा। श्री भगवान के विग्रहों को विशिष्ट अलंकार युक्त पोशाक से सुसज्जित किया जाएगा। थर्माकोल से बनी 15 झांकियां सजाई जाएंगी। जन्माष्टमी में भगवान को 1008 भोग अर्पित किए जाएंगे। 15 अगस्त को शुद्ध पीतल के कलशों से सौ भक्त भक्त भगवान का अभिषेक करेंगे। 16 अगस्त को दिव्य स्नान अभिषेक में पांच सौ भक्त शंख से भगवान का अभिषेक करेंगे। दो सौ भक्तों द्वारा चांदी के कलशों द्वारा श्री श्री राधा माधव का भव्य अभिषेक करेंगे। रात 10 से 12 बजे तक 108 विशेष कलशों से श्री श्री राधा माधव का महाभिषेक होगा। रात 12 से डेढ़ बजे तक महा आरती और प्रसाद वितरण के साथ जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जाएगा। श्री भगवान का विशेष संकीर्तन मंडली हरे कृष्ण महामंत्र एवं वैष्णव गीतों की प्रस्तुति देंगे।
हर घर-मंदिर में मनाया जाएगा जन्मोत्सव
हर घर और मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। श्री राधा कृष्ण मंदिर शारदा नगर में मंदिर को फूलों, लाइटों और भगवान के विभिन्न स्वरूपों की झांकियां से सजाया गया है। ट्रस्ट के अध्यक्ष अभिषेक द्विवेदी ने बताया कि जन्माष्टमी से लेकर भगवान की छठी तक 16 से 21 अगस्त तक प्रतिदिन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन, संगीतमय कीर्तन, हवन और विभिन्न देवी देवताओं की झांकियां सजाई जाएंगी। किदवई नगर स्थित राधाक कृष्ण मंदिर में 17 से 23 अगस्त तक झांकियां सजाई जाएंगी। हर रोज भगवान की नई झांकियां होंगी। हर रोज सुंदरकांड और एकादशी कथा होगी। 16 अगस्त को रात 12 बजे कान्हा जन्मोत्सव होगा।
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