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    गैंग्सटर ने गर्लफ्रैंड को छेड़ा तो दोस्त ने कर दी थी हत्या, नहर में फेंका था शव, मां के बने टैटू ने खोले राज

    By ankur Srivastava Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Mon, 18 Aug 2025 01:35 PM (IST)

    शाहजहांपुर से हिस्ट्रीशीटर और 50 हजार रुपये का इनामी अधिवक्ता अभिषेक मौर्या उर्फ शेखर की हत्या की गुत्थी एसटीएफ और पुलिस ने सुलझा ली है। वांछित अपराधी की हत्या उसके ही भांजे के दोस्त ने अपनी महिला मित्र को परेशान करने की वजह से की थी। हत्या के बाद मृतक के दोनों भांजों और बड़े भाई ने मिलकर शव को ठिकाने लगाया।

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    अभिषेक मौर्या की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किए गए अजीत मौर्या, कुलदीप दुबे, अंकुश कुशवाहा और अभय कुशवाहा l

    जागरण संवाददाता, कानपुर। Kanpur News: आठ माह पहले हुई हत्या का राजफाश हो गया है। हत्या के चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। गैंग्सटर ने गर्लफ्रैंड को छेड़ना शुरू किया तो दोस्त ने उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद शव को नहर में फेंक दिया था। उसके हाथ में बने मां के टैटू से वारदात का राजफाश हुआ।

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    शाहजहांपुर से हिस्ट्रीशीटर, गैंग्सटर और लूट समेत कई मुकदमों में वांछित 50 हजार रुपये के इनामी अधिवक्ता अभिषेक मौर्या उर्फ शेखर की हत्या उसके भांजे के दोस्त ने अपनी महिला मित्र को परेशान करने की वजह से की थी। मृतक के दोनों भांजों और बड़े भाई ने संपत्ति के चलते आरोपित के साथ मिलकर शव को बोरी में भरकर अर्मापुर नहर में फेंक दिया था। एसटीएफ लखनऊ और अर्मापुर पुलिस की संयुक्त टीम ने हत्या में शामिल चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। अधिवक्ता शेखर की पत्नी शालू देवी ने उनके हाथ पर बने मां के टैटू की इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित फोटो से उसकी पहचान की थी।

    शाहजहांपुर के कोतवाली सिंजई मोहल्ला निवासी अभिषेक मौर्या उर्फ शेखर दो दिसंबर 2024 को शाहजहांपुर में हुई आयुष गुप्ता की हत्या में वांछित था। जिस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। अभिषेक पर कई थानों में 16 हत्या का प्रयास, लूट, गैंग्सटर समेत कई मुकदमे दर्ज हैं। घटना के बाद अभिषेक कल्याणपुर धामीखेड़ा में रहने वाली बहन सीमा के घर आया था। इस दौरान उसके भांजे अभय कुशवाहा ने अपने दोस्त कुलदीप दुबे के घर में अभिषेक को रुकवा दिया।

    इस बीच कुलदीप की महिला मित्र को अभिषेक परेशान करने लगा जिसकी जानकारी होने पर कुलदीप ने 15 दिसंबर को अभिषेक की हत्या कर दी। उसके बाद घटना की जानकारी अपने मित्र अभय कुशवाहा को दी। इसके बाद कुलदीप ने अपने मित्र अभय और उसके छोटे भाई युवराज के साथ मिलकर शव को प्लास्टिक के बोरे में भरकर कल्याणपुर पनकी नहर में फेंक दिया। 27 दिसंबर को शव अर्मापुर नहर में मिला। शव की पहचान न होने पर अर्मापुर पुलिस ने अज्ञात में पोस्टमार्टम करवा दिया।

    करीब आठ माह बाद मृतक अभिषेक की पत्नी शालू ने इंटरनेट मीडिया पर खबर देखने के बाद मृतक के हाथ में बने मां व दिल के टैटू और कपड़ों से शव की पहचान की। इसके साथ ही कुलदीप दुबे और मृतक अभिषेक के बड़े भाई अजीत व दोनों भांजों पर हत्या का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया। अर्मापुर थाना प्रभारी मनोज पांडेय ने बताया कि युवक की हत्या में उसके भांजे के दोस्त ने महिला मित्र को परेशान करने के कारण की थी। वहीं, शव को ठिकाने लगाने में उसके दोनों भांजे और बड़ा भाई भी शामिल था। चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।