डीएम और सीएमओ विवाद के बाद स्वास्थ्य सेवाओं सुधारने को ताबड़तोड़ छापेमारी, 137 कर्मी मिले गायब, अब कार्रवाई
सीएमओ और गठित टीम की ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू हो गई है। मंगलवार को छापेमारी में 53 कर्मी अनुपस्थित मिले। इससे पहले सोमवार को 85 कर्मचारी नहीं थे। बेहतर चिकित्सा व्यवस्था लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार अस्पतालों में जा रही है। लापरवाहों का वेतन भी काटा जा रहा है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर में डीएम और सीएमओ विवाद के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में सख्ती देखने को मिल रही है। यहीं वजह है कि नए सीएमओ का पद संभालते हुए स्वास्थ्य केंद्रों पर ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू हो गई है। दो दिन में 137 कर्मी गायब मिले, जिनका वेतन काटा गया है।
शहर और उससे सटे ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बेहतर चिकित्सा व्यवस्था लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। सोमवार को हुए निरीक्षण में सरसौल, बिधनू, पतारा, गुजैनी, घाटमपुर के केंद्रों पर मौके पर नहीं मिलने वाले चिकित्सक और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी, और उनका एक-एक दिन का वेतन काटकर स्पष्टीकरण मांगा गया था।
अब मंगलवार को हुए निरीक्षण में भी स्वास्थ्य केंद्रों की तस्वीर काफी हद तक पहले जैसी मिली। सीएमओ और उनकी टीम ने चौबेपुर, गुजैनी, अहिरवां, सर्वोदय नगर, नवाबगंज, ज्यौरा, कल्याणपुर, कैंट, अनवरगंज, चाचा नेहरू केंद्रों पर निरीक्षण किया। इन केंद्रों पर कुल 52 कर्मचारी और एक डाक्टर अनुपस्थित मिला। सभी का एक-एक दिन का वेतन काटने के साथ सीएमओ ने स्पष्टीकरण मांगा है।
मंगलवार को सीएमओ डा. उदय नाथ ने सुबह साढ़े आठ बजे चौबेपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। जहां मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डा. यशोवर्धन सिंह और अन्य सभी डाक्टर मिले। हालांकि केंद्र में वार्ड आया अपराजिता, फार्मोसिस्ट सतेंद्र कुमार, वंदना सचान, एनएमए एकराम, डीएस शुभम और नेहा साहू अनुपस्थित मिले। जिनका एक दिन का वेतन बाधित किया गया।
सीएमओ ने केंद्र में गंदगी पर चिकित्सा अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं, एसीएमओ डा. रमित रस्तोगी ने गुजैनी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। जहां 10 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। अहिरवां में तीन कर्मचारी मौके नहीं मिले हैं। डा. यूबी सिंह और डा. राजेश्वर सिंह की टीम ने सर्वोदय नगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। यहां पर भी सुबह सवा नौ बजे तक ताला लगा मिला। इस कारण सभी स्टाफ को अनुपस्थित मानकर कार्रवाई की गई है।
नवाबगंज केंद्र में 12, ज्यौरा में आठ, कल्याणपुर में तीन तथा इसी प्रकार एसीएमओ डा. एसपी यादव ने कैंट केंद्र का निरीक्षण किया। जहां पर एक डाक्टर, अनवरगंज और चाचा नेहरू अस्पताल में पांच-पांच कर्मचारी अनुपस्थित मिले हैं। सीएमओ डा. उदय नाथ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर हर दिन निरीक्षण किया जाएगा और वेतन कटौती के साथ स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
ये था मामला
कानपुर में जिलाधिकारी पर टिप्पणी करने से संबंधित सीएमओ का कथित आडियो वायरल होने के बाद डीएम बनाम सीएमओ के मामले ने तूल पकड़ा। सीएमओ के बचाव में तीन जनप्रतिनिधियों ने उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को पत्र लिखे थे। वहीं डीएम के समर्थन में एक विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। बाद में सीएमओ का तबादला कर दिया गया।
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