Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kanpur News: डॉ. अनुष्का के क्लीनिक से बरामद उपकरण और दस्तावेजों का पुलिस कर रही विश्लेषण, नहीं सौंप सकी जांच रिपोर्ट

    Updated: Fri, 06 Jun 2025 02:45 PM (IST)

    कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद दो इंजीनियरों की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग अभी तक पुलिस को जांच रिपोर्ट नहीं सौंप सका है। पुलिस डा. अनुष्का से बरामद उपकरणों और दस्तावेजों का विश्लेषण कर रही है जिनके आधार पर चार्जशीट तैयार की जाएगी। मृतक विनीत दुबे की पत्नी ने डा. अनुष्का पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था।

    Hero Image
    हेयर ट्रांसप्लांट के बाद दो इंजीनियरों की मौत का मामला। जागरण

    जागरण संवाददाता, कानपुर। हेयर ट्रांसप्लांट से दो इंजीनियर की मौत के मामले में डा. अनुष्का को पुलिस कस्टडी रिमांड पर उनके क्लीनिक से हेयर ट्रांसप्लांट से संबंधित मशीनें, अन्य उपकरण व दस्तावेज बरामद किए थे, जिनका पुलिस कुछ डॉक्टरों की मदद से उन सबका विश्लेषण कर रही है। इसके बाद उन्हीं साक्ष्यों व बयानों के आधार पर पुलिस आरोपित के खिलाफ चार्जशीट तैयार करेगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मूलरूप से गोरखपुर निवासी विनीत कुमार दुबे पनकी पावर प्लांट में सहायक अभियंता थे। उनकी पत्नी जया ने डा. अनुष्का तिवारी के खिलाफ हेयर ट्रांसप्लांट से पति की मौत का आरोप लगा नौ मई को रावतपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।

    बताया था कि विनीत ने 13 मार्च को केशवपुरम के आवास विकास-एक स्थित इंपायर क्लीनिक की डा. अनुष्का से हेयर ट्रांसप्लांट कराया था। उसके बाद चेहरे व सिर पर सूजन और भीषण दर्द हुआ था। डा. अनुष्का ने 14 मार्च की सुबह छपेड़ा पुलिया स्थित अनुराग हास्पिटल में उन्हें भर्ती कराया।

    इसके बाद सर्वोदय नगर स्थित रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 15 मार्च को विनीत दुबे की मौत हो गई थी। मुकदमे के बाद से डा. अनुष्का तिवारी क्लीनिक बंद कर पति के साथ शहर से बाहर भाग गई थी। 26 मई को डा. अनुष्का ने कोर्ट में आत्म समर्पण किया था, जहां से उन्हें जेल भेजा गया।

    विवेचक एसआइ पुष्पराज सिंह को उनका बुधवार को छह घंटे का पुलिस कस्टडी रिमांड मिला था। इस दौरान पुलिस टीम डा. अनुष्का को उनके क्लीनिक लेकर पहुंची और करीब तीन घंटे में हेयर ट्रांसप्लांट करने में उपयोग की जाने वाली तीन मशीनें, हेयर ट्रांसप्लांट कराने वालों के नाम-नंबर, रजिस्टर में उनकी इंट्री समेत कई दस्तावेज बरामद हुए थे।

    डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि बरामद सभी दस्तावेज और उपकरणों का विश्लेषण किया जा रहा है।