आजमगढ़ का गांजा तस्कर घोषित होगा माफिया, 2024 में पकड़े गए थे सरगना समेत पांच स्मगलर
जाजमऊ में 11 महीने पहले लगभग 18 क्विंटल 30 किलो गांजे के साथ पकड़े गए पांच तस्करों में गिरोह के सरगना को अब माफिया घोषित किया जाएगा। पुलिस ने उ ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। जाजमऊ से 11 माह पहले लगभग 18 क्विंटल 30 किलो गांजे के साथ पकड़े गए पांच तस्करों में गिरोह का सरगना अब माफिया घोषित होगा। पुलिस ने उसके विरुद्ध दि प्रिवेंशन आफ इलिसिट ट्रेफिक इन नारकोटिक ड्रग एंड साइकोट्राफिक सब्सटेंसेज (पिट एनडीपीएस) एक्ट में कार्रवाई की है।
इसका प्रस्ताव जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को भेजा गया है। प्रस्ताव पास होने के बाद सरगना पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि पिट एनडीपीएस की कार्रवाई मादक पदार्थों के माफिया के लिए होती है, जो बहुत कम लोगों पर हो पाती है। इसके बाद यह मादक पदार्थ तस्कर के रूप में सूचीबद्ध हो जाएगा।
जाजमऊ थाना पुलिस ने 22 नवंबर, 2022 को बीमा चौराहे के पास से एक डंपर और उसके पीछे चल रही ईको स्पोर्ट कार को सड़क पर क्रेन खड़ी कराकर रोका था। इस दौरान डंपर चालक और कार में बैठे तीन युवकों को दबोचा था।
डंपर चालक ने अपना नाम छत्तीसगढ़ के रायपुर भनपुरी शिवानंद नगर निवासी पुंडलिक, कार चालक ने आजमगढ़ के महाराजगंज थानाक्षेत्र के नौबारार के देवारा जदीद निवासी संतोष यादव व साथी आजमगढ़ के सिधारी थाना क्षेत्र के शागढ़ हेंगापुर गांव निवासी रामसागर यादव व मंगेश यादव बताया।
डंपर और कार की तलाशी लेने पर 18 क्विंटल 30 किलो 120 ग्राम गांजा मिला था। पुलिस के अनुसार, उसकी अनुमानित कीमत दो करोड़ रुपये थी। आरोपितों को मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था, जिनकी जमानत भी हो गई। डीसीपी पूर्वी ने बताया कि रामसागर गांजा तस्करी का माफिया है। चार माह से पुलिस दस्तावेज एकत्रित कर रही थी।
प्रमुख सचिव गृह प्रस्ताव पास करेंगे, जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी। रामसागर वर्ष 2014 में 274 किलो गांजे के साथ आजमगढ़ के सिंधारी थाना क्षेत्र से पकड़ा गया था, जबकि वर्ष 2014 में आजगढ़ के रौनापार थाना पुलिस ने 40 किलो गांजे के साथ दबोचा था।

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