Kanpur News: एलीवेटेड ट्रैक के निर्माण को कंपनियां दिखा रहीं रुचि, जल्द आएगा बदलाव; PM मोदी लगा गए मुहर
कानपुर में मंधना-अनवरगंज एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के निर्माण में कई कंपनियां रुचि दिखा रही हैं। 1115 करोड़ की लागत से बनने वाले इस ट्रैक से 50 लाख लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी और 18 क्रॉसिंग खत्म हो जाएंगी। 2027 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है जिससे कई बाजारों और यात्रियों को लाभ होगा। कल्याणपुर और रावतपुर स्टेशन बंद हो जाएंगे।

जागरण संवाददाता, कानपुर। मंधना-अनवरगंज एलीवेटेड रेलवे ट्रैक के निर्माण को लेकर कंपनियां रुचि दिखा रही हैं। 15 मई को निविदा की घोषणा के बाद आधा दर्जन कंपनियां आगे आई हैं। 30 जुलाई तक निविदा की अंतिम तारीख है। इसके बाद निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी।
शुक्रवार को सीएसए विश्वविद्यालय मैदान में पांच बड़े पावर प्रोजेक्ट, मेट्रो समेत 47600 करोड़ रुपये की 15 परियोजनाओं के लोकार्पण-शिलान्यास समारोह में एलीवेटेड ट्रैक की बात कर मुहर लगा गए। इससे शनिवार को रेलवे अफसरों में और उत्साह दिखाई पड़ा। बेहतरी की ओर बढ़े ये कदम 50 लाख लोगों को जाम से मुक्ति दिलाएंगे, क्योंकि ट्रैक निर्माण से मंधना से अनवरगंज के बीच 18 क्रासिंग खत्म हो जाएंगी।
उत्तर व दक्षिण के बंटे दिल जुड़ जाएंगे। 2027 तक इसे निर्मित करने की मियाद तय की गई है। शिलान्यास के साथ कल्याणपुर-रावतपुर स्टेशन खत्म हो जाएंगे। सीएसजेएमयू के सामने कृषि विभाग की जमीन पर भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी स्टेशन निर्मित होगा, जो मेट्रो से जोड़ेगा। इससे अनवरगंज-कासगंज रेलमार्ग का नया अवतार होगा।
वर्ष 2004 में 21 साल पहले एलीवेटेड रेलवे ट्रैक के निर्माण के लिए आवाज उठी थी। सांसदों, विधायकों ने लगातार दिल्ली से लखनऊ तक बात रखी। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एलीवेटेड ट्रैक के शिलान्यास की स्थिति बन गई थी पर फाइल फिर फंस गई।
इस बीच दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को उठाया। इसके बाद सांसद रमेश अवस्थी व देवेंद्र सिंह भोले समेत जनप्रतिनिधि फिर सक्रिय हुए और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के रुचि दिखाने से मंजिल मिल गई। 15 मई को 1115 करोड़ रुपये से एलीवेटेड ट्रैक निर्माण के लिए निविदा निकाली गई थी। 30 मई तक आधा दर्जन कंपनियां इसके निर्माण के लिए आ चुकी हैं। 30 जुलाई तक किसे इसके निर्माण का जिम्मा मिलेगा, ये तय होगा। रेलवे निविदा की अंतिम तारीख का इंतजार कर रहा है।
इन बाजारों को सीधा लाभ
एलीवेटेड ट्रैक निर्माण से गुमटी नंबर पांच, 80 फीट रोड, रावतपुर, पी रोड, संत नगर, कल्याणपुर, सरोजनी नगर, फजलगंज, छपेड़ा पुलिया, मंधना, गुरुदेव चौराहा, केशवपुरम समेत दो दर्जन बाजारों को सीधा लाभ मिलेगा, जबकि शहर से लेकर गांवों तक उन लोगों को फायदा होगा, जो अक्सर आवाजाही करते हैं।
- 55 जोड़ी ट्रेनों के प्रतिदिन गुजरने से हर 30 मिनट में बंद होते क्रासिंग फाटक।
- 15 लाख ट्रेन यूनिट व्हीकल यानी टीयूवी है इन सभी रेलवे क्रासिंगों पर प्रतिदिन।
- 40 हजार से अधिक सरकारी कर्मचारी 50 कार्यालयों में दक्षिण से उत्तर आते-जाते।
- 300 से अधिक एंबुलेंस और निजी वाहनों से हर दिन मरीज पहुंचते हैं अस्पताल।
रेलवे अफसरों से वार्ता हुई है। एलीवेटेड ट्रैक निर्माण के लिए आधा दर्जन कंपनियों ने कदम बढ़ाए हैं। आने वाले दो वर्षों में एलीवेटेड ट्रैक बनने के बाद शहर नए स्वरूप में दिखाई पड़ेगा। -रमेश अवस्थी, सांसद कानपुर लोकसभा क्षेत्र।
एलीवेटेड रेलवे ट्रैक के लिए भूमि अधिग्रहण, बाधाएं हटाने को लेकर अफसर काम कर रहे हैं। ट्रैक बनने से शहर के बाजारों, आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों तक लोगों को लाभ मिलेगा।-के. विजयेन्द्र पांडियन, मंडलायुक्त।
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