Kanpur Double Murder Update: पुलिस की चूक से बदल गई मृतक मुन्नालाल की वल्दियत, बेटा सही कराने के लिए लगा रहा चक्कर
कानपुर के दोहरे हत्याकांड में बिना दस्तावेज देखे पुलिस के पंचायतानामा भरने की लापरवाही सामने आई है। मृतक का बेटा विपिन अब गलती सही कराने के लिए चक्कर लगा रहा है। मृत मुन्नालाल के वल्दियत में उनके पिता की जगह ससुर का नाम लिख दिया गया।

कानपुर, [अंकुर श्रीवास्तव]। बर्रा दो में हाल ही में हुए दंपती हत्याकांड में पुलिस की एक चूक ने बिकरू कांड की याद ताजा कर दी है। मुठभेड़ में मारे गए बिकरू गांव के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के पंचायतनामा में गलत नाम चढ़ गया था, जिससे अब तक उसका मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन सका है। इसी तरह की गलती बर्रा पुलिस की भी सामने आई है। बुजुर्ग दंपती की हत्या के बाद पुलिस ने दोनों का पंचायतनामा भरा तो उसमें मृत मुन्नालाल के वल्दियत में उनके पिता की जगह ससुर का नाम लिख दिया गया। पोस्टमार्टम में भी वही गलत नाम चढ़ा है। इसे सही कराने को मृतक का बेटा विपिन अब चक्कर लगा रहा है।
बर्रा दो निवासी फील्ड गन फैक्ट्री से सेवानिवृत्त 65 वर्षीय मुन्नालाल उत्तम और उनकी 55 वर्षीय पत्नी राजदेवी की बीते सोमवार चार जुलाई को देर रात गोद ली बेटी आकांक्षा और उसके दूसरे प्रेमी रोहित ने गला रेत कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने अगले दिन शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
मृत दंपती के बेटे विपिन उत्तम का आरोप है कि वह जब पोस्टमार्टम के कागज लेने पहुंचे तो उसमें पिता की वल्दियत में बाबा का नाम रामचंद्र उत्तम की जगह नाना देवी सहाय लिखा मिला। इस पर उन्होंने पुलिस से बात की तो बताया गया कि एक हलफलामा बनवाकर पिता के आधार कार्ड की कापी के साथ दे दें।
पुलिस की इसी तरह की लापरवाही के चलते 10 जुलाई 2020 में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए बिकरू गांव का विकास दुबे न्यायालय के कागजों में अब तक जिंदा है। उसके पंचायतनामा में भी पिता के वास्तविक नाम रामकुमार की जगह राजकुमार चढ़ गया। पंचायतनामा में हुई गलती से पोस्टमार्टम की पर्ची में भी यह गलत चढ़ गया, जिसकी वजह से नगर निगम ने भी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने से इन्कार कर दिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।