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    कानपुर के मझावन सीएचसी में पहुंचे डीएम, पैक रखी एक्सरे मशीन देख हुए नाराज

    By Udyan Shukla Edited By: Anurag Shukla1
    Updated: Mon, 18 Aug 2025 01:46 PM (IST)

    जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कानपुर के बिधनू स्थित मझावन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने दवा वितरण काउंटर ड्यूटी रजिस्टर और एक्सरे कक्ष का निरीक्षण किया। एक्सरे मशीन एक साल से बंद मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई और स्पष्टीकरण तलब किया। उन्होंने प्रसव कक्ष का भी निरीक्षण किया और संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।

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    जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने सीएचसी का निरीक्षण किया। जागरण

    संवाद सहयोगी, जागरण, बिधनू(कानपुर)। Kanpur News: कानपुर के बिधनू रमईपुर साड़ रोड स्थित मझावन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में सोमवार सुबह नरवल तहसील जाते समय जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। सुबह 10:15 बजे सीएचसी पहुंचे जिलाधिकारी ने 45 मिनट का गहन निरीक्षण किया। सबसे पहले वह सीएचसी के दवा वितरण काउंटर पर पहुंचे जहां दवाओं की जायजा लेने के साथ मरीज शिवप्यारी का पर्चा देखकर दवाओं का मिलान किया। सभी दवाओं की उपलब्धता मिलने पर संतोष जाहिर किया।

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    इसके बाद वह डां दिनेश भदौरिया संग ड्यूटी रजिस्टर का निरीक्षण किया। जिसमें उपस्थित सभी स्टाफ को बुलाकर परिचय लिया। इसके बाद वह एक्सरे कक्ष पहुंचे जहां एक्सरे मशीन को सील पैक देख नाराज हुए। जिसपर स्टाफ ने बताया कि यह डिजिटल एक्सरे मशीन पिछले एक वर्ष से रखी हुई है, लेकिन फिल्म डेवलपर मशीन न होने के कारण इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। जबकि सीएचसी में एक्सरे टेक्नीशियन भी मौजूद है।

    मरीजों को एक्सरे कराने के लिए निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों पर जाना पड़ रहा है। इसपर जिलाधिकारी ने कहा कि यह तो गंभीर लापरवाही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी से इस संबन्ध में स्पष्टीकरण तलब कर जल्द मशीन को शुरू कराया जाएगा।

    इसी क्रम में जिलाधिकारी ने पैथोलाजी और प्रसव कक्ष का निरीक्षण कर संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाये जाने और हर मरीज को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने मरीजों व तीमारदारों से बात स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली। ओपीडी में सुबह 11 बजे तक 78 मरीजों का उपचार हुआ था। जिनमे 34 मरीजों का रक्त परीक्षण कराया गया था।

    इस दौरान जिलाधिकारी ने डाक्टरों समेत पूरे स्टाफ को चेताया कि स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन पूरी गुणवत्ता और पारदर्शिता के साथ होना चाहिए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता स्वीकार नहीं की जाएगी। अंत में जिलाधिकारी ने सीएचसी की सफाई व्यवस्था पर सराहना की