बर्फीली हवा से ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक का रिस्क, डॉक्टरों से जानें ठंड में बचाव के टिप्स
कानपुर में तापमान गिरने और बर्फीली हवाओं के चलने से मधुमेह और ब्लड प्रेशर के अनियंत्रित मरीजों की हालत गंभीर हो गई है। गुरुवार को ब्रेन स्ट्रोक के सात ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। तापमान में गिरावट के साथ बर्फीली हवा के कहर से अनियंत्रित मधुमेह और ब्लड प्रेशर के मरीज गंभीर स्थिति में इलाज को पहुंच रहे हैं। गुरुवार को ब्रेन स्ट्रोक की चपेट में आकर सात मरीज बेसुध स्थिति में एलएलआर की इमरजेंसी में पहुंचे।
अनियंत्रित डायबिटीज व बीपी की समस्या के साथ 23 मरीज आए। लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान की इमरजेंसी में 60 मरीज हार्ट फेल्योर, हार्ट अटैक और एंजाइना के पहुंचे। मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल में सांस, अस्थमा और सीओपीडी के 34 मरीज पहुंचे।
जीएसवीएम के प्रो. जेएस कुशवाहा ने बताया कि बीपी की दवा खाने वालों के अचानक दवा छोड़ने के कारण ब्रेन स्ट्रोक व ब्रेन हेमरेज की समस्या हो रही है। एलएलआर के प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके सिंह ने बताया कि 24 घंटों में इमरजेंसी में 255 मरीज पहुंच चुके हैं।
हृदय रोग संस्थान के निदेशक प्रो. राकेश वर्मा ने बताया कि गुरुवार को ओपीडी में 932 मरीज पहुंचे। इसमें 60 मरीज गंभीर स्थिति में आए। उन्होंने बताया कि सर्दी में अनियंत्रित रक्तचाप व मधुमेह पीड़ितों की दिक्कत बढ़ जाती है।
इन बातों का रखें ध्यान
- शरीर गर्म रखने के लिए सूप, दाल, खिचड़ी का सेवन करें।
- शरीर में पानी की कमी न होने दें।
- नाक बंद हो तो भाप लें।
- सर्दी में सुबह-शाम निकलने से बचें।
- सिर, हाथ और पैर को गर्म कपड़ों से कवर करें।
- कमरे के वातावरण से अचानक सर्दी में न जाएं।
- बीपी, डायबिटीज के मरीज समय पर दवाएं लें।

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