ऑपरेशन महाकाल: दुकान के नाम पर हड़पे सात लाख, नेगी के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज
कानपुर में भूमाफिया गजेंद्र सिंह नेगी समेत छह-सात अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि नेगी ने केशवपुरम में दुकान देने के नाम पर आशीष दीवान से सात लाख रुपये की ठगी की। 2015 में सौदा तय होने के बाद नेगी ने रजिस्ट्री नहीं कराई और बाद में पैसे वापस करने से इनकार कर दिया।

जागरण संवाददाता, कानपुर। रावतपुर के केशवपुरम स्थित इमारत में दुकान देने के नाम पर सात लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में भूमाफिया गजेंद्र सिंह नेगी समेत छह सात अज्ञात के खिलाफ बुधवार देर शाम रावतपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है। ऑपरेशन महाकाल के तहत इससे पहले नेगी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के रावतपुर में आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।वही नेगी खिलाफ अब तक कुल 17 मुकदमे पंजीकृत हुए है।
शारदा नगर के रहने वाले आशीष दीवान के मुताबिक, भूमाफिया गजेंद्र नेगी ने 2015 में केशवपुरम स्थित कमर्शियल इमारत में दुकान का लेआउट दिखाकर एक दुकान 22 लाख रुपए में खरीदने की बात कही थी।
सौदा तय होने के बाद उन्होंने आठ सितंबर 2015 को सात लाख रुपए चेक के माध्यम से स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया से दिए थे, जिसे नेगी ने 8 सितंबर 2015 को क्रेडिट कर लिया। बाकी 15 लाख रुपए रजिस्ट्री के दौरान देने की बात हुई।
रजिस्ट्री के लिए कई बार आग्रह किया लेकिन वह गोल-गोल जवाब देता रहा। कई बार कहने के बाद भी उसने रजिस्ट्री नहीं कराई। मार्च 2025 में जब वह दुकान देखने गए तो गजेंद्र सिंह नेगी दुकान का निर्माण करा रहा था। जब उन्होंने रजिस्ट्री की बात कही तो उसने साफ इनकार कर दिया।
तब उन्होंने सात लाख रुपए वापस मांगे जिस पर गजेंद्र सिंह नेगी और उसके छह सात साथियों ने गाली गलौज शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी देते हुए भगा दिया।
अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिम कपिल देव सिंह ने बताया कि सात लाख की ठगी मामले में नेगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
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