Kanpur Air Pollution : हवा की दिशा बदलते ही बढ़ने लगा प्रदूषण, AQI पहुंचा 292 पर, छाने लगी धुंध
Kanpur Air Pollution हवा की रुख बदलने के कारण कानपुर में वायु प्रदूषण बढ़ने लगा। बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 292 तक पहुंच गया। अफीमकोठी के पास उड़ती धूल और धुएं ने राहगीरों का चलना मुश्किल कर दिया।

कानपुर, जागरण संवाददाता। हवा का रुख बदला और प्रदूषण रोकथाम के सारे दावे धरे रह गए। बुधवार शाम को शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआइ ढाई सौ को पार कर गया, जबकि नेहरू नगर में लाल निशान की ओर बढ़ते हुए 292 तक पहुंच गया। अफीमकोठी में इस कदर धूल छायी रही कि वाहन सवारों को दिन में गाड़ियों की हेड लाइट जलाकर चलना पड़ा।
पिछले दिनों हवा का रुख दक्षिण पूर्वी होने की वजह से प्रदूषण का ग्राफ तेजी से गिर रहा था। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नगर निगम अधिकारी अपनी पीठ थपथपा रहे थे और रोजाना शासन के वाट्सएप ग्रुप में पानी के छिड़काव के फोटो शेयर करके वाहवाही लूट रहे थे लेकिन बुधवार को हवा का रुख उत्तर पूर्वी होने के बाद बादल छाए तो प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा।
रात आठ बजे शहर का औसत एक्यूआइ 261 था, जबकि नेहरू नगर में यह 292, कल्याणपुर में 271 तथा किदवई नगर में 221 तक पहुंच गया था। शाम तक धूल और वाहनों के धुएं की वजह से सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा था। इसके अलावा जगह-जगह जलाया जा रहा कूड़ा भी प्रदूषण का स्तर बढ़ा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित मिश्र का कहना है कि टीमें लगातार प्रदूषण रोकथाम के उपाय कर रही हैं लेकिन सर्दी के मौसम में एक्यूआइ बढ़ता है।
धूल उड़ती देख जताई नाराजगी
दि एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट यानी टेरी की टीम ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत जाजमऊ में टेनरियों के दूषित पानी के शोधन के लिए बनाए जा रहे 20 एमएलडी के ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। वहां धूल उड़ती देख टेरी के अधिकारी निमिष सिंह, दिव्यांशु शुक्ल, देवांशी दीक्षित ने नाराजगी जताई और हर घंटे पानी का छिड़काव कराने के निर्देश दिए।
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