UP News: 221 साल पहले शुरू हुआ था कानपुर जिले का सफर; नवाब सआदत अली के भू-भाग से बनाए गए थे सात जिले
कानपुर जिला कब बना इसे लेकर इतिहासकार अलग-अलग राय रखते हैं। इतिहासकारों के इसी मतभेद के चलते कानपुर के उदय की तारीख पर जिला प्रशासन भी संशय में है। तत्कालीन कलक्टर की रिपोर्ट के मुताबिक 221 साल पहले आठ मार्च को जिले के पहले कलेक्टर ने चार्ज संभाला था।
कानपुर, आलोक शर्मा: कानपुर जिला कब बना इसे लेकर इतिहासकार अलग-अलग राय रखते हैं। इतिहासकारों के इसी मतभेद के चलते कानपुर के उदय की तारीख पर जिला प्रशासन भी संशय में है। हालांकि इस बात के प्रमाण हैं कि कानपुर जिले में पहला कलक्टर कौन था। तत्कालीन कलक्टर राबर्ट मांटगोमरी द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक 221 साल पहले आठ मार्च को जिले के पहले कलेक्टर के रूप में मिस्टर अब्राहम वेलांड ने चार्ज संभाला था। राबर्ट खुद जिले में 27वें कलक्टर थे।
ईस्ट इंडिया कंपनी ने अवध के नवाब सआदत अली से 10 नवंबर 1801 को संधि के तहत अवध प्रांत का एक बहुत बड़ा भू-भाग लिया था। अवध प्रांत के इस भू-भाग पर अंग्रेजों ने सात जिले बनाए जिसमें कानपुर, बरेली, फतेहगढ़, गोरखपुर, इलाहाबाद, मुरादाबाद और इटावा थे।
अंग्रेजों ने जौनपुर के कलक्टर मिस्टर अब्राहम वेलांड को कानपुर का कलक्टर बनाकर भेजा। वेलांड ने 15 फरवरी 1802 को अवध नवाब के आमिल अल्मास अली से कानपुर का चार्ज लिया। डा. मुनीश्वर निगम द्वारा 26 जनवरी 2021 को जारी शीर्षक पत्र में भी इसका उल्लेख है।
इसके बाद वेलांड ने आठ मार्च 1802 को जिले के कलक्टर के रूप में जिम्मेदारी संभाली और 21 मार्च 1803 तक कलक्टर रहे। कलक्टर राबर्ट मांटगोमरी की स्टैटिकल रिपोर्ट आफ द डिस्ट्रिक आफ कानपुर-1848 के पैरा 13 में इस बात का जिक्र है। इसमें मांटगोमरी ने तत्कालीन कलक्टर और उनके कार्यकाल की सूची दी है। मांटगोमरी खुद भी जिले का 27वां कलक्टर था।
जे रिचर्डसन कानपुर के दूसरे कलक्टर थे
इतिहासकार अनूप शुक्ला बताते हैं कि सरकारी और प्रशासनिक रिपोर्टो के अनुसार आठ मार्च 1802 को कानपुर में कलेक्टरी कायम हुई। प्रथम कलक्टर अब्राहम वेलांड आठ मार्च 1802 से 21 मार्च 1803 तक रहे। इसके बाद उनका तबादला बरेली सरकिट कोर्ट के जज के रूप में हुआ था। उनके बाद जे.रिचर्डसन कानपुर के दूसरे कलक्टर हुए। उन्होंने 22 मार्च 1803 को चार्ज लिया था। अनूप बताते हैं कि सन् 1802 मे ही जिले का पहला त्रिसाला भू-बंदोबस्त हुआ था जो जिला बने हुए नहीं हो सकता है।
यह भी हैं संदर्भ
- कानपुरीयम संस्था की पत्रिका कानपुर कल आज और कल (एक) में पृष्ठ आठ पर आठ मार्च 1802 को अब्राहम वेलांड के प्रथम कलक्टर, जज और मजिस्ट्रेट घोषित होने की बात कही गई है।
- कानपुर का इतिहास भाग एक (वर्ष 1950) के पृष्ठ 102 में सन् 1802 की 18 मार्च को अब्राहम वेलांड के प्रथम कलक्टर नियुक्त होने की बात लिखी है। दावा है कि इसमें मुद्रण दोष के कारण आठ मार्च 1802 के स्थान पर 18 मार्च 1802 छप गया है।
- सन 1875 में प्रकाशित लाला दरगाही लाल वकील की किताब तवारीख-ए-जिला कानपुर में लगी कलक्टर लिस्ट में नौ मार्च 1802 की तारीख प्रकाशित है।
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