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हत्या नहीं, हादसा थी कानपुर में हुई आरजू की मौत

पुलिस को सौंपी गई फॉरेंसिक रिपोर्ट में सामने आई सच्चाई पहले ही जता दी गई थी आशंका

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 08:25 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 08:25 PM (IST)
हत्या नहीं, हादसा थी कानपुर में हुई आरजू की मौत
हत्या नहीं, हादसा थी कानपुर में हुई आरजू की मौत

जागरण संवाददाता, कानपुर : इंजीनियर आरजू की मौत हत्या नहीं, बल्कि हादसा थी। शुक्रवार को पुलिस को सौंपी गई फॉरेंसिक रिपोर्ट यही बता रही है। पांच पन्नों की रिपोर्ट में विशेषज्ञ टीम ने एक-एक बिदु पर अपनी राय दी है।

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यह था मामला

मध्यप्रदेश के शहडोल की रहने वाली आरजू की शादी नौबस्ता के केशव नगर निवासी अमनदीप के साथ हुई थी। 25 दिसंबर की सुबह आरजू अपने घर के बाथरूम में मृत अवस्था में मिली थीं। शादी के महज 17 दिनों बाद हुई अचानक मौत की गुत्थी हत्या व हादसे के बीच फंसी है।

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यह है पोस्टमार्टम रिपोर्ट

छह चोटों का जिक्र है। मुंह के अंदर बाएं तरफ और निचले होंठ पर कट का निशान था। होंठ में सूजन, दाहिने हाथ के ऊपर कंधे के पास और माथे पर नीले धब्बे मिले थे। मौत का कारण स्मूथरिग यानी मुंह या गला दबाने को माना गया था। इसकी वजह से श्वांस नली में रुकावट आई, जिससे मौत हुई। फेफड़ों में हवा के बुलबुले पाए गए थे।

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यह है फॉरेंसिक जांच

बाथरूम पूरी तरह से क्लोज चैंबर पाया गया। गैस गीजर में लगा एलपीजी गैस सिलिंडर सितंबर 2019 को लगाया गया था, लेकिन प्रयोग आठ दिसंबर से शुरू हुआ। सिलेंडर में एक किग्रा गैस मिली, जो 17 दिनों में घर के चार-पांच सदस्यों के प्रयोग में खाली होना नामुमकिन सा माना गया। जांच में सामने आया कि गीजर वाला नल न चलाने के बावजूद जब सामान्य पानी के लिए भी नल खोला जाता तो गैस बाहर निकल रही थी। एलपीजी में प्रोपेन व ब्यूटेन गैस भरी होती हैं, जो बंद क्षेत्र में लीकेज होने की स्थिति में जमीन की सतह से ढाई फीट ऊंचाई तक जाकर ठहर जाती हैं। बेंजामीन टेस्ट में अंगूठी व बाथरूम में खून की मौजूदगी भी मिली थी, मगर यह खून आरजू की व्यक्तिगत की समस्या की वजह से था।

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तीन तरह की होती हैं स्मूथरिग

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लिखे स्मूथरिग शब्द को ही आरजू की हत्या करार दिया गया। माना गया कि मुंह दबाने से मौत हुई। फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि स्मूथरिग तीन तरह की होती हैं।

- होमीसाइडल स्मूथरिग यानी जबरदस्ती किसी का मुंह दबा देना यानी हत्या। इन हालात में मृतक व हत्यारोपी के शरीर पर प्रतिरोध के निशान साफ झलकते हैं। श्वांस नली और फेफड़ों में खून जम जाता है। आरजू की मौत के मामले में ऐसा कुछ भी नहीं है।

- सुसाइडल स्मूथरिग यानी आत्महत्या के उद्देश्य से खुद ही अपना मुंह दबा देना। मगर, ऐसे केस दुर्लभ होते हैं।

- एक्सीडेंटल या सफोकेशन स्मूथरिग यानी हादसा। फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक इस केस में यही लग रहा है। किसी कारण आरजू बेहोश होकर नीचे मुंह के बल नीचे गिर गई। मुंह में चोटें भी इसकी गवाही दे रही हैं। नीचे गिरने के बाद वह बेहोश हो गई और सतह पर जमी गैस ने उसकी जान ले ली।

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इन दो सवालों के नहीं मिले जवाब

फॉरेंसिक टीम को पूरे प्रकरण में दो सवालों के जवाब नहीं मिले। बाथरूम में गैस रिसाव हुआ तो उसकी महक आरजू ने महसूस क्यों नहीं की। दूसरा, पाटा पलटने पर तेज आवाज हुई होगी, ऐसे में कमरे में सो रहा अमनदीप आवाज क्यों नहीं सुन सका।

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सीओ नजीराबाद करेंगे जांच

आरजू कांड की जांच सीओ गोविदनगर से स्थानांतरित करके सीओ नजीराबाद संतोष सिंह को सौंपी गई है। सीओ गोविदनगर विवेक पांडेय ने बताया कि सभी दस्तावेज उन्होंने सीओ नजीराबाद को सौंप दिए हैं।


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