यूपी के इस गांव ने पेश की सामाजिक समरसता की मिसाल, कई भूमिकाएं अदा कर जोड़े का कराया विवाह
Intresting Wedding Story कस्बे के वार्ड संख्या आठ में एक महिला की गरीबी का हवाला देते हुए सभासद राजेश सहारा ने एक सप्ताह पहले मैसेज वायरल कर उनकी बेटी की शादी में मदद की अपील की थी। महिला के पति इस दुनिया में नहीं हैं।
हमीरपुर, जेएनएन। Intresting Wedding Story कुछ दिन पहले महोबा में सामने आया अलखराम का केस तो आपको याद ही होगा। जो अपनी निकासी के कार्यक्रम में घोड़ी चढ़कर बरात ले जाना चाहता था। हालांकि कस्बे से 60 किलोमीटर दूर महोबा जिले में बरात में घोड़ी चढ़ने पर विरोध की आशंका जता बेवजह मामले को तूल देकर पुलिस से 80 ग्रामीणों का शांतिभंग में चालान करवाने वाला अनुसूचित जाति का अलखराम दुल्हन के नाबालिग निकलने के चलते अपनी इच्छा पूरा नहीं कर सका। वहीं, दूसरी ओर यहां कस्बे में अलग ही नजारा दिखा, जो सामाजिक समरसता की मिसाल बना। अनुसूचित जाति की गरीब महिला की बेटी की शादी के लिए कई मददगार खड़े हो गए। दूल्हे को न सिर्फ घोड़ी पर चढ़ाया, बल्कि शादी का खर्च उठाकर बेटी का कन्यादान भी किया। विदाई में हर किसी के आंसू छलक पड़े। इस पहल की हर कोई सराहना कर रहा है।
यहां जानें पूरा मामला: कस्बे के वार्ड संख्या आठ में एक महिला की गरीबी का हवाला देते हुए सभासद राजेश सहारा ने एक सप्ताह पहले मैसेज वायरल कर उनकी बेटी की शादी में मदद की अपील की थी। महिला के पति इस दुनिया में नहीं हैं। इस पर कस्बे के विभिन्न संगठन मदद के लिए आगे आए। नगर व्यापार मंडल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, कोविड फाइटर्स ग्रुप के पदाधिकारियों व सदस्यों ने सहयोग दिया। शनिवार शाम बेटी रीमा की बरात क्षेत्र के बंडा गांव से आई। बरात का स्वागत किया गया।
इन्होंने किया कन्यादान: कोविड फाइटर्स ग्रुप ने सामाजिक समरसता की मिसाल पेश करते हुए गरीब बेटी के दूल्हे सुरेश कुमार को जनवासे से घोड़ी पर बैठाकर लाए और सिद्धार्थ सिंह ने अभिभावक बनकर दुल्हन के दरवाजे पर उसका तिलक लगाकर स्वागत किया। स्वनेश सोनी व उनकी पत्नी ने रीमा का कन्यादान किया। प्रियांक सैनी व चित्रांशु खरे ने भाई बनकर रस्में अदा कीं। मोहित, गौरव पांडेय, स्पर्श, रोहित शिवहरे, मुकेश साहू, राजेश सोनी ने भी विशेष सहयोग किया।