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    दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा... 8 राज्यों में फैला था साइबर ठगों का जाल, कानपुर पुलिस ने गिरोह को ऐसे पकड़ा

    Updated: Mon, 13 Oct 2025 08:00 AM (IST)

    कानपुर पुलिस और साइबर सेल ने संयुक्त कार्रवाई में अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी शेयर मार्केट में निवेश का झांसा देकर लोगों को ठगते थे। वे गरीब लोगों के नाम पर खाते खुलवाकर ठगी की रकम उसमें ट्रांसफर करते थे। पुलिस ने उनके पास से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की हैं और आगे की जांच कर रही है।

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    जागरण संवाददाता, कानपुर। स्वरूप नगर पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का राजफाश कर आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान प्रयागराज निवासी मो. सलमान, मो. इमरान, कासिम अली, अरून सिंह, झारखंड निवासी ओम रजवार, मऊ निवासी पियूष सिंह, हरियाणा निवासी पिसोरा सिंह, बलरामपुर निवासी रजत वर्मा के रूप में हुई है।

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    इनके पास से 10 मोबाइल, 11 सिमकार्ड, तीन आधारकार्ड, चार ड्राइविंग लाइसेंस, दो मतदाता पहचानपत्र, दो पैनकार्ड, 15 डेबिटकार्ड, एक क्रेडिटकार्ड, सात पासबुक, 15 चेकबुक, नकदी और कार बरामद हुई।

    स्वरूप नगर थाना प्रभारी सूर्यबली पांडेय ने बताया कि बीते कई दिनों से साइबर ठगों के शहर में सक्रिय होने की सूचना मिल रही थी। साइबर सेल भी उनकी धरपकड़ के प्रयास में लगी थी। इसी बीच रविवार तड़के सटीक सूचना पर साइबर सेल के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए मोतीझील के गुरु गोविंद सिंह द्वार के दाहिनी तरफ खड़ी सफेद रंग की स्विफ्ट कार के पास मौजूद आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

    आरोपितों ने बताया कि पहले इंटरनेट मीडिया के जरिए शिकार की तलाश होती थी। इसके बाद उसे शेयर मार्केट में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर फंसाया जाता था। पहले कम निवेश पर मोटा मुनाफा दिया जाता और जैसे ही वह लालच में पड़कर मोटी रकम निवेश करता तो हड़प लेते थे।

    पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह अपने जान-पहचान और गरीब लोगों के नाम पर बैंक खाते खुलवाते थे। इसके बाद उनके खाते किराये पर लेकर साइबर ठगी की रकम को ट्रांसफर करने में करते थे। आरोपितों पर दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, केरल, यूपी, आदि राज्यों में 33 शिकायतें दर्ज है। आरोपितों को जेल भेजकर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।