परिवार से बिछड़ गई थी चार साल की प्रिया, होली पर मिली मां तो थम नहीं रहे थे आंसू
चार साल की मासूम बच्ची घर से निकलकर रास्ते में रोते हुए भटक रही थी तो लोगों ने उसे जूही थाने पहुंचा दिया। यहां से रेलवे चाइल्ड लाइन के कार्यकर्ता उसे साथ लेकर और फिर एक सप्ताह की तलाश के बाद परिवार को खोज निकाला।

कानपुर, जेएनएन। चार साल की मासूम प्रिया परिवार से बिछड़ी तो बस रोते जा रही थी। किसी तरह पुलिस तक पहुंची तो पूछतने पर वह पता और माता-पिता का नाम तक नहीं बता रही थी। आखिर अब वह रेलवे चाइल्ड लाइन के प्रसास के बाद अपने परिवार के साथ होली मनाएगी। एक सप्ताह बाद उसे उसकी मां मिल गई है। प्रिया अपनी मां के गोद में फिर से खेलने लगी है तो मां ने कहा है कि होली पर उसे सारी खुशियां मिल गई हैं।
बारादेवी के जूही डिपो के पास रहने वाली चार वर्षीय प्रिया परिवार से बिछड़ गई। वह रास्ते में रोते हुए भटक रही थी। इस बीच कुछ लोगों ने उसे कुछ खाने को दिया और फिर लापता समझकर उसे जूही थाने पहुंचा दिया। पुलिस कर्मी महेंद्र गौतम ने रेलवे चाइल्ड लाइन को सूचना दी। चाइल्ड लाइन के कार्यकर्ता मधुशूदन शर्मा और विशाल वर्मा ने बालिका को अपनी सुपुर्दगी में लिया। पूछने का काफी प्रयास किया गया लेकिन वह अपने बारे या घर का पता कुछ भी जानकारी देने में असमर्थ थी।
उधर, चाइल्ड लाइन के कार्यकर्ताओं ने उसकी फोटो के आधार पर परिवार की तलाश शुरू कर दी। इस दौरान चाइल्ड लाइन के कार्यकर्ता को पूछताछ में एक युवक ने जूही डिपो से बच्ची के गुम होने की जानकारी दी लेकिन बच्ची को नहीं पहचान सका। इस पर चाइल्ड लाइन की टीम ने वहां जाकर पूछताछ की तो परिवार वाले मिल गए। मां रिचा देवी ने बेटी की फोटो को पहचान लिया और टीम के साथ तुरंत घर से चल दीं। चाइल्ड लाइन के कार्यालय में मासूम बेटी को देखते ही गोद में उठाकर गले से लगा लिया। मां की आंखों में खुशी के आंसू थे और बोली, तुम्हारे साथ मेरी खुशियां खो गईं थीं लेकिन फिर त्योहार खुशी से मनाऊंगी। मां-बेटी के मिलन को देखने वालों की आंखें भी नम हो गईं।

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