न्यू ईयर पर देश को मिल सकता अपना सर्च इंजन, ‘भारत सर्च’ का अपग्रेड वर्जन लांच, बी-मैप और बी-मेल की भी सुविधा
कानपुर के हरबंशमोहाल के रहने वाले तुषार ने एचबीटीयू से बीटेक किया है औन गूगल की तरह स्वदेशी सर्च इंजन तैयार किया है जिसका आइपी एड्रेस सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से पंजीकृत हो गया है। अब उसका अपग्रेड वर्जन लांच किया है।
कानपुर, चंद्रप्रकाश गुप्ता। रक्षा से लेकर प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर हो रहे देश को नए साल में सर्च इंजन गूगल का स्वदेशी विकल्प मिलने वाला है। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के इन्क्यूबेटर छात्र तुषार त्रिवेदी के सर्च इंजन ‘भारत सर्च’ का अपग्रेड बीटा वर्जन लांच किया है।नए वर्ष के पहले दिन से लोगों को बी-मैप, बी-मेल आदि सुविधाएं भी मिल सकेंगी।
एंड्रायड और आइफोन पर भी करेगा काम
बी मैप पर किसानों को खेतीबाड़ी में मदद मिलेगी तो बी-मेल से युवाओं को किसी विषय पर जानकारी लेने के लिए एक्सपर्ट की मदद भी मिल सकेगी। जनवरी से सर्च इंजन को कंप्यूटर पर सीधे दिखाने के लिए भारत एप लांच किया जाएगा, जो डेस्कटाप और लैपटाप के साथ एंड्रायड, आइफोन पर भी काम करेगा। भारत सर्च की खासियत होगी कि उस पर सिर्फ सत्यापित वेबसाइट ही दिखाई देंगी।
बीटेक छात्र ने तैयार किया सर्च इंजन
शहर के हरबंशमोहाल निवासी छात्र तुषार ने एचबीटीयू से बीटेक करने के बाद सर्च इंजन तैयार किया। कुछ समय पहले ही सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से आइपी एड्रेस पंजीकृत होने पर उन्होंने सर्च इंजन का अपग्रेड वर्जन लांच किया है। उन्होंने बताया कि वह गूगल से बेहतर और सुरक्षित होगा। विषय और बिंदुवार कंप्यूटर कोडिंग की गई है, इसलिए गति भी गूगल से काफी तेज होगी। जनवरी से सर्च इंजन को कंप्यूटर पर सीधे दिखाने के लिए भारत एप लांच किया जाएगा, जो डेस्कटाप और लैपटाप के साथ ही एंड्रायड, आइफोन पर भी काम करेगा।
अभी मिलेंगी ये सुविधाएं
- किसी भी समाचार को सर्च करना
- आल सर्च में ब्लाग, नोट्स आदि
- कोई भी इमेज सर्च कर सकते हैं
- किताबें व जर्नल सर्च कर सकते हैं
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का किया प्रयोग
तुषार ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग कर सर्च इंजन के कोड को संक्षिप्त व सटीक लिखा है। इससे स्पीड काफी तेज हुई है। बाकी सर्च इंजन लोगों की सर्च हिस्ट्री रिकार्ड करते हैं। भारत सर्च ऐसा नहीं करता।
बी-मैप में इसरो का नाविक करेगा मदद
बी-मैप सेवा भी जनवरी से शुरू होगी, इसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के नाविक सैटेलाइट का इस्तेमाल करने के लिए सहायता मांगी गई है। मैप के जरिए किसानों को मौसम, खेतीबाड़ी से संबंधित सुझाव मिलेंगे।
डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट बीसर्च डाट इन पर करें लागिन
लोग भारत सर्च इंजन का इस्तेमाल करने के लिए अपने ब्राउडर पर डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट बीसर्च डाट इन लिखकर लागिन कर सकते हैं। हालांकि अगले वर्ष से भारत एप भी लांच किया जाएगा।
महिलाओं को मिलेगी इमरजेंसी सुविधा
विशेषज्ञों ने बताया कि यूपी पुलिस से भी इस सर्च इंजन को जोड़ने पर विचार किया जा रहा है, ताकि एक क्लिक पर महिलाओं को विभिन्न प्रकार की इमरजेंसी सेवाएं मिल सकें।
गूगल का विकल्प बनेगा स्वदेशी सर्च इंजन
सीएसजेएमयू के इन्क्यूबेशन सेल की प्रभारी डा. शिल्पा कायस्था ने बताया कि भारत सर्च पहला ऐसा स्वदेशी सर्च इंजन होगा, जो गूगल का विकल्प बनेगा। इसकी खासियत होगी कि इस पर सिर्फ सत्यापित वेबसाइट ही दिखाई देंगी। सीएसजेएमयू इनोवेशन फाउंडेशन के सीईओ डा. रवींद्र दुबे ने बताया कि इस सर्च इंजन के प्रयोग से साइबर खतरे की आशंका नहीं होगी। यह पूरी तरह सुरक्षित होगा। किसी भी व्यक्ति का डेटा स्टोर नहीं होगा। इससे डेटा का गलत इस्तेमाल नहीं हो सकेगा। अगले वर्ष डिजिटल विज्ञापन, अपनी वेबसाइट को जोड़ने और वीडियो सर्च करने की भी सुविधा मिलेगी।